Home / Odisha / गंजाम में ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

गंजाम में ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

  •  साढ़े चार लाख रुपये और सोना के आभूषण, कार व मोबाइल जब्त

ब्रह्मपुर. गंजाम जिले में एक सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. ब्रह्मपुर की पुलिस ने गोसानिनुआगांव थाना क्षेत्र से ऑनलाइन सट्टेबाजी के आरोप में मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लगभग 4.5 लाख रुपये नकद और सोने के गहने बरामद हुए हैं. यह जानकारी आज यहां पत्रकारों को ब्रह्मपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ सरवन विवेक एम ने दी. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कनिशीहाटा, थाना गोलंथरा निवासी दीपू नाहक उर्फ अंदा दीपू (32), किट्टू राउत उर्फ कितुश (36), अश्विनी कुमार पात्र उर्फ लेखू (31), गोपीनाथ महाराणा उर्फ गोपी (28), तुलू रोड और कविसूर्यनगर, थाना कविसूर्यनगर निवासी प्रशांत कुमार साहू उर्फ पिंटू (38) के रूप में बतायी गयी है.
उन्होंने बताया कि इनके पास नकद 4,56,900 रुपये, नौ मोबाइल फोन हैंडसेट, एक कार तथा 203.96 ग्राम सोने के आभूषण बरामद किये गये हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 15 मई की शाम को गुप्त सूचना मिली थी कि दीपू नाहक उर्फ अंदा दीपू आईपीएल को लेकर ऑनलाइन सट्टेबाजी आयोजित कर रहा है. इस संबंध में मिली विश्वसनीय जानकारी पर कार्य करते हुए एक कार के अंदर ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल पांच व्यक्तियों का पता लगाया गया. वे अपने संबंधित सेल फोन का उपयोग कर विभिन्न वेबसाइटों के माध्यम से सट्टेबाजी में लिप्त पाये गये. सट्टेबाजी भारत में गैरकानूनी है. उन्होंने बताया कि दीपू नाहक इस मामले का मुख्य आरोपी है. उसे पिछले 5 वर्षों से अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ साजिश रची और उन्हें बाहर के स्टॉकिस्ट से खरीदकर वितरण लिंक बनाया. ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाजी की सुविधा के लिए उन वेबसाइटों पर यूजर आईडी और पासवर्ड बनाया है. दीपू ने ऑनलाइन सट्टेबाजी को सुविधाजनक बनाने और व्यवस्थित करने की दृष्टि से उन वेबसाइटों में विभिन्न उपयोगकर्ता आईडी और पासवर्ड के साथ कई विक्रेताओं या खुदरा विक्रेताओं को प्रेरित किया है और इस तरह बड़ी मात्रा में धन अर्जित किया है. दीपू नाहक उर्फ अंदा दीपू ने आम जनता (ग्राहकों) को ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाजी में पैसा लगाने और कमीशन लेने के लिए प्रेरित किया है. आगे मामले की जांच जारी है.

Share this news

About desk

Check Also

भरतपुर मामले में गठित जांच आयोग की अवधि बढ़ी

न्यायिक आयोग को अब 31 जनवरी 2025 तक दिया गया समय भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *