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अब कक्षा-9 की एचएससी और मध्यमा 2021-22 की परीक्षा में 14,935 छात्रों ने नहीं लिया भाग
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भारी संख्या में अनुपस्थिति के आंकड़े ने बढ़ायी चिंता
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नौवीं कक्षा के सभी परीक्षार्थी दसवीं में होंगे पदोन्नत
भुवनेश्वर. ओडिशा में कक्षा नौवीं और दसवीं के छात्र भौतिक परीक्षाओं से दूर भागते नजर आ रहे हैं. कक्षा 10 के समेटिव असेसमेंट-2 की परीक्षा में छात्रों की भारी संख्या में अनुपस्थिति पर बढ़ती चिंता के बीच अब कक्षा नौ के छात्रों द्वारा परीक्षा छोड़ने का एक और चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. आंकड़े के अनुसार, कक्षा नौ की एचएससी और मध्यमा 2021-22 की परीक्षा में 14,935 छात्रों ने भाग नहीं लिया है. इसका परिणाम आज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) द्वारा प्रकाशित किया गया है. बोर्ड द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कक्षा नौ की परीक्षा के लिए कुल 5,66,269 छात्रों ने नामांकन किया था, जिनमें से 5,51,334 परीक्षा में शामिल हुए और 14,935 अनुपस्थित रहे. इसी प्रकार मध्यमा परीक्षा के लिए 3399 छात्रों ने नामांकन किया था, जिसमें से 3270 परीक्षार्थी उपस्थित हुए और 129 अनुपस्थित रहे.
अनुपस्थित उम्मीदवारों के संबंध में बीएसई ने कहा कि सभी जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) अनुपस्थित रहने वाले 14935 छात्रों के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे और कारण का पता लगायेंगे. बीएसई ने कहा कि बोर्ड अपना डेटा भेजेगा और उनके द्वारा 31 मई को या उससे पहले बोर्ड को एक रिपोर्ट भेजी जायेगी कि ये छात्र क्यों उपस्थित नहीं हो सके. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) ने कहा है कि नौवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले सभी परीक्षार्थियों को दसवीं कक्षा में पदोन्नत किया जायेगा.
ग्रेड एफ (द्वितीय) के 30138 छात्रों के लिए होगा इम्प्रूवमेंट टेस्ट
बोर्ड ने कहा कि ग्रेड एफ (द्वितीय) में 30138 उम्मीदवारों के लिए इम्प्रूवमेंट टेस्ट आयोजित किये जायेंगे. उन्हें संबंधित स्कूलों द्वारा आयोजित किये जाने वाले इम्प्रूवमेंट टेस्ट में अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा. इसमें कहा गया है कि ग्रेड एफ (आई) वाले उम्मीदवारों को विचार के आधार पर उत्तीर्ण घोषित किया गया है, क्योंकि वे कुल और व्यक्तिगत विषय के अंकों के संबंध में कुछ न्यूनतम मानदंडों को पूरा करते हैं. एफ-II के परीक्षार्थियों को प्रत्येक अनुत्तीर्ण विषय में पास अंक (30%) प्राप्त करने के लिए तीन अवसर दिये जायेंगे. स्कूल इन उम्मीदवारों को 31 मई, 2022 तक सुधारात्मक शिक्षा प्रदान करेंगे और एक जून, आठ जून और 16 जून को सुधार परीक्षा आयोजित करेंगे. बीएसई ने कहा है कि पहले सुधार परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होने वाले उम्मीदवारों को दूसरे और तीसरे सुधार परीक्षणों के लिए और सात दिनों तक इसी तरह के बीच में सुधारात्मक शिक्षा दिया जायेगा. इसके बाद दूसरा सुधार परीक्षण देना होगा. स्कूल 20 अंकों में से प्रश्न तैयार करेंगे और परीक्षा की अवधि 40 मिनट की होगी.
कक्षा 10 की समेटिव असेसमेंट-2 परीक्षा में 43,489 छात्र थे अनुपस्थित
नौवीं कक्षा के आंकड़ों से पहले 29 अप्रैल से शुरू हुई कक्षा 10 की समेटिव असेसमेंट-2 परीक्षा के दौरान 43,489 छात्रों अनुपस्थित रहने डाटा सामने आया था. इसे लेकर स्कूल और जनशिक्षा विभाग ने संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को वार्षिक मैट्रिक परीक्षा में छात्रों की अनुपस्थिति का स्कूलवार विश्लेषण करने को कहा था.