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साउथको को बताया गया है जिम्मेदार
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सड़क निर्माण के दौरान की गई जानकारी
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बाद में तारों की ऊंचाई बिजली विभाग ने नहीं बढ़ाई
शिवराम चौधरी, ब्रह्मपुर.
गंजाम बस हादसे को लेकर बिजली आपूर्ति कंपनी साउथको और ग्रामीण विकास विभाग के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर आरडी मुख्य अभियंता की जांच रिपोर्ट ब्रेक लगा दी है. बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट से बिजली विभाग का मुखौता उतर गया है.
बस हादसे के बाद साउथको ने कहा था कि उसने 2018 में ही पत्र लिखकर आरडी विभाग को सजग किया था, लेकिन वह नींद से नहीं जागे. इस बीच आरडी विभाग ने भी जांच की. जांच के दौरान मिले तथ्य बिजली विभाग को नापाक बता रहा है. बताया जाता है कि जांच के दौरान पाया गया कि यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुआ है. ग्रामीण इलाकों में सड़क की मरम्मत की जानकारी बिजली विभाग को दी गई है, लेकिन इसके बाद बिजली विभाग ने यह देखना भी उचित नहीं समझा कि सड़क की ऊंचाई बढ़ने के बाद तारों की ऊंचाई बढ़ानी है या नहीं. सड़क की ऊंचाई बढ़ने के बाद तारों की ऊंचाई नहीं बढ़ाई गयी. जांच के दौरान पाया गया कि जिले हर गांव में बिजली के तार और पोल हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं, लेकिन इसका रखरखाव बिजली आपूर्ति कंपनी साउथको नहीं कर रही है. इस हादसे के बाद साउथको ने भी हर गांव में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की जांच शुरू की है.
ग्रामीण विभाग के अभियांताओं के निलंबन पर नाराजगी
गंजाम बस हादसे के बाद ग्रामीण विभाग के दो अभियंताओं के निलंबन पर लोगों ने नाराजगी जतायी है. विभिन्न विभागों और क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने कहा कि हादसे के लिए बिजली आपूर्ति कंपनी साउथको जिम्मेदार नजर आ रही है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण विकास विभाग के अभियंताओं का निलंबन उचित नहीं है. लोगों ने इन अभियंताओं को बहाल करने की मांग की है.