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कुछ एजेंसियों ने चक्रवात के आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ाने की संभावना जतायी
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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग विकास पर रख रहा है नजर – डीजी मृत्युंजय महापात्र
भुवनेश्वर. मई महीने में ओडिशा पर एक बार फिर से चक्रवात का खतरा मंडराने लगा है. कुछ एजेंसियों ने चक्रवात के आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ाने की संभावना जतायी है. हालांकि स्थिति साफ होने में 2-3 दिन अभी और लग सकते हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पांच मई के आसपास दक्षिण अंडमान समुद्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की भविष्यवाणी की है और वह स्थिति पर नजर रखे हुए है. इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान इसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने की संभावना है तथा 6 मई तक और तेज होने की संभावना है. कई मौसम मॉडल और निजी एजेंसियां इस सिस्टम के चक्रवात में बदलने की भविष्यवाणी कर रही हैं. भारती मौसम विज्ञान विभाग इसके संभावित तीव्रता की बारीकी से निगरानी कर रहा है.
आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि आमतौर पर जब भी मई के महीने में बंगाल की खाड़ी में कोई कम दबाव बनता है, तो इसके तेज होने की संभावना होती है. अभी तक, आईएमडी ने अपने अनुमानित पथ और इसकी तीव्रता के बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं की है. महापात्र ने बताया कि 6 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का सिस्टम बनने की संभावना है. महापात्र ने कहा कि जब कम दबाव बनता है, तो आईएमडी इसके पथ और तीव्रता के बारे में आवश्यक पूर्वानुमान जारी करेगा.
कई एजेंसियों द्वारा की गयी भविष्यवाणी के बारे में पूछे जाने पर कि चक्रवात आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ सकता है के जवाब में आईएमडी डीजी ने कहा कि चक्रवात ज्यादातर दो मौसमों के दौरान होते हैं. पहला प्री-मानसून सीजन मार्च, अप्रैल, मई और जून में तथा दूसरा मानसून की वापसी के बाद अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर में. आमतौर पर चक्रवातों की आवृत्ति मई और नवंबर के दौरान अधिक होती है. मई के महीने में चक्रवात से इनकार नहीं किया जा सकता है और इसलिए हम लगातार इसके विकास की निगरानी कर रहे हैं. महापात्र ने आगे कहा कि कम दबाव बनने के बाद किसी भी चक्रवात के बारे में सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है.
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस मौसम में कालबैसाखी की बारिश की कमी के कारण ओडिशा के कई हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच, भुवनेश्वर में आईएमडी के क्षेत्रीय केंद्र ने अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में गिरावट की भविष्यवाणी की है, क्योंकि बारिश और आंधी की संभावना है.