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हाइड्रोजन ईंधन संयंत्र की स्थापना कटक जिले में हो

कटक : जीवाश्म इंधन के बढ़ते उपयोग और पृथ्वी तथा जलवायु परिवर्तन पर इसके बढ़ते दुष्प्रभाव आज दुनिया के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती बनकर खड़े हैं। इस गंभीर समस्या का एक ही हल है विकल्प के रूप में अन्य कम हानिकारक इंधन का उपयोग, जिससे पर्यावरण का कम से कम नुकसान हो। एक ऐसा ही पदार्थ है हाइड्रोजन, आने वाले समय में जिसका बड़े पैमाने पर इंधन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इस उद्देश्य से देश में नए हाइड्रोजन इंधन संयंत्रों की स्थापना की जा रही है। उड़ीसा में इस प्रकार के एक संयंत्र की स्थापना के लिए इंडस्ट्रियल प्रमोशन एंड इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (इपीकॉल) और भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के बीच हुए एक समझौते के तहत उड़ीसा में इस प्रकार के एक संयंत्र की स्थापना की जाएगी। राज्य के मुख्य सचिव श्री सुरेश चंद्र महापात्र, राज्य विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार जेना तथा बीपीसीएल के मुख्य प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिंह की उपस्थिति में इपीकॉल के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र सिंह पुनिया तथा बीपीसीएल के अक्षय ऊर्जा विभाग के कार्यकारी निदेशक अमित गर्ग ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।
कटक उड़ीसा का सबसे पुराना और एक महत्वपूर्ण जिला है। किसी समय जहां जिले का मुख्यालय कटक शहर उड़ीसा के व्यापार का केंद्र बिंदु हुआ करता था, वहीं पिछले कई वर्षों से किसी बड़े उद्योग की स्थापना ना होने के कारण औद्योगिक दृष्टि से यह जिला काफी पिछड़ गया है। किसी भी उद्योग के लिए आवश्यक हर तरह की सुविधाएं इस जिले में उपलब्ध होने के बावजूद यहां का औद्योगिक विकास संभव नहीं हो पाया है। राज्य की संस्कृति का केन्द्र मानेजाने वाले इस शहर के विकास के लिए एक बड़े उद्योग की आवश्यकता महसूस की जा रही है। हाइड्रोजन ईंधन संयंत्र पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण इससे आसपास के वातावरण पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस प्रकार के बड़े उद्योग की स्थापना से जिले के हजारों बेरोजगारों को रोजगार मिलने की संभावना है साथ ही इससे राज्य के पूर्वी क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं का विकास होगा। उत्कल चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा इस दिशा में सरकार का ध्यान आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही सरकार द्वारा इस विषय पर विचार किए जाने के लिए नागरिकों की मांग तेज हो रही है।

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