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छात्र-छात्राओं एवं युवाओं में राष्ट्रीय भावना जागृत करना अति आवश्यक: शैलेश
कटक:- सैल्यूट तिरंगा द्वारा 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक चलाए जा रहे मिशन वंदे मातरम कार्यक्रम का आगाज आज कटक में शुरू हुआ. कटक के बालू बाजार स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सुबह 10 बजे मिशन वंदे मातरम के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यकम का शुभारंभ सरस्वती शिशु विधा मंदिर के प्रधानाचार्य प्रताप कुमार महापात्र द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया. सैल्यूट तिरंगा के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश कुमार वर्मा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मिशन वंदे मातरम के उद्देश्यों के साथ-साथ सैल्यूट तिरंगा द्वारा पूरे भारतवर्ष में किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी. वर्मा ने बताया कि संस्था 15 अप्रैल को सुबह 9.45 से 10 बजे तक मिशन वन्दे मातरम के तहत देश के 25 राज्यों में करीब 5 हजार स्थानों पर एक साथ राष्ट्रगान के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. जिसमे देश- विदेश से 25 लाख देश भक्त एक साथ अपने घर, आफिस, स्कूल, कालेज , जिम, हॉस्पिटल आदि स्थानों पर राष्ट्रगान गाऐ जाएंगे. कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत करना है एवं लोगों में राष्ट्र की भावना जागृत करना है.
संस्था के महासचिव कमल सिकारिया ने कहा सैल्यूट तिरंगा (राष्ट्रीय सामाजिक संगठन) देश भर में सामाजिक कार्य करने के साथ साथ एकता अखंडता व राष्ट्रीयता को मजबूत करने के लिए संकल्प बद्ध है। संगठन ने पिछले चार वर्षो में राष्ट्रवाद की मिसाल कायम करते हुए अब तक देश के 25 राज्यों में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम कर देश के जनमानस में अपनी एक अलग पहचान बनायीं है। कमल सिकारिया ने 13 अप्रैल जलिया वाले कांड के बारे में छात्र छात्राओं को जानकारियां प्रदान करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी. संस्था के वरिष्ठ सलाहकार पुरुषोत्तम अग्रवाल ने राष्ट्र को मजबूत करने पर छात्र छात्राओं को जागृत किया. मंच संचालन सरस्वती शिशु विधा मंदिर के आचार्य मनोरंजन कर द्वारा किया गया. सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं द्वारा बड़े ही सुंदर एवं सुसाेभित तरीके से सुरीली आवाज में राष्ट्रीय गान गाया गया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल( छोटू ) कोषाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा, सहित पदम भावसिंहका, दीनदयाल क्याल, पवन धानुका, कपिल सिंह, प्रदीप सिंह, पारसनाथ साह, गायत्री शर्मा एवं सरस्वती शिशु मंदिर की अध्यापिका कदंबिनी पाथल का सहयोग सराहनीय रहा. कार्यक्रम के उपरांत बच्चों में जूस वितरण किया गया.