पुरी. यहां श्रीजगन्नाथ मंदिर के अंदर रसोईघर में की गयी तोड़फोड़ की घटना को लेकर स्थानीय सिंहद्वार में एक शिकायत दर्ज की गयी है और मामले की आंतरिक जांच शुरू हो गयी है. तोड़फोड़ की घटना के एक दिन बाद प्रशासन ने सोमवार को सिंघद्वार पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की. यह जानकारी आज पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने दी. मीडिया से बात करते हुए वर्मा ने कहा कि इस घटना को लेकर एक आंतरिक जांच शुरू की गई है और हमने इसके संबंध में एक मामला भी दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि विवाद के मद्देनजर सभी अनुष्ठानों और अन्य परंपराओं को बिना किसी परेशानी के आयोजित करने के लिए सभी हितधारकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी. हालांकि जिलाधिकारी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या अधिकारियों ने यह पता लगाया है कि चूल्हों को नुकसान पहुंचाने में कौन शामिल था.
उन्होंने कहा कि अभी घटना पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, क्योंकि आंतरिक जांच जारी है. मंदिर के अंदर लगे सीसीटीवी की फुटेज की भी जांच की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि श्रीमंदिर के इसोईघर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ और उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के लिए महाप्रसाद और विभिन्न प्रकार के भोग पकाया जाता है.
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, पुरी श्री जगन्नाथ मंदिर की रसोई में लगभग 240 पंजीकृत चूल्हे हैं. बताया गया है कि पीठआड़ में 15 चूल्हे, सातपुरी में 10-12 और थालियाड़ में 10-12 चूल्हों, अहिया में दो, कोठभोग में दो, तुनस्वार में दो समेत कुल 40 टूटे हुए हैं.इससे भक्तों में व्यापक आक्रोश फैल गया है.
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