. मयूरभंज जिले में स्थित सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में भीषण आग लगने से जानवर रियाशी इलाकों की तरफ आने लगे हैं. यहां जंगल भीषण आग में लगातार जल रहा है. जंगली जानवर भोजन, पानी और आश्रय की तलाश में बाहर निकलने लगे हैं. जानकारी के मुताबिक, कुछ हिरण ठाकुरमुंडा फॉरेस्ट रेंज के निहंगंडी गांव में घुस गये थे. इस दौरान गली के कुत्तों ने उन्हें दौड़ा लिया था. हालांकि झुंड में से सभी हिरण सिमिलिपाल के जंगल में वापस भागने में सफल रहे, लेकिन उनमें से एक अपनी जान बचाने के लिए एक घर में घुस गया. इसके बाद ग्रामीणों ने वन अधिकारियों को सूचित किया. उनसके बाद उसे गांव से बचाया गया. इससे कुछ दिन पहले एक घायल भालू जिले के करंजिया वन प्रभाग के पुरुनापानी गांव में घुस गया था. इससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई थी. हालांकि इलाज के अभाव में भालू की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने कहा कि भालू को तीर से काफी चोटें आई थी. इसी तरह शुक्रवार को गौड़ीबहाली गांव में एक भालू घुस गया था तथा दो लोगों पर हमला कर दिया था.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जंगल में लगी आग के कारण जानवर गांव की ओर आ रहे हैं. इसके लिए स्थायी समाधान जरूरी है. सिमिलिपाल नेशनल पार्क में पिछले कुछ दिनों से आग लग रही है. इससे जंगल की वनस्पतियों और जीवों को नुकसान पहुंचा है. आरोप है कि जंगली जानवरों का शिकार करने और महुआ के फूलों को इकट्ठा करने के लिए शिकारियों द्वारा जंगल में आग लगाई जाती है.
इससे पहले मंगलवार को, सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के अधिकारियों ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. वे नवाना वन्यजीव रेंज में जानवरों का शिकार करने के लिए जंगल में आग लगाने की कोशिश कर रहे थे. उनके कब्जे से छह कुल्हाड़ी, दो धनुष, तीर और माचिस की डिब्बी भी जब्त की थी.
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