भुवनेश्वर. राजधानी स्थित बक्सी जगबंधु विद्याधर (बीजेबी) ऑटोनॉमस कॉलेज में बनाये गये स्ट्रांग रूम में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों के बीच इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया और पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीजद समर्थकों द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध कर रहे पार्षद उम्मीदवारों और उनके समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज की. शहरी निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती कल होगी.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) द्वारा समर्थित एक युवक ने ईवीएम से छेड़छाड़ करने के इरादे से स्ट्रांग रूम में प्रवेश किया. हालांकि स्ट्रांग रूप में किसी के प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती है.
प्रदर्शनकारियों ने ईवीएम से छेड़छाड़ के प्रयास में भुवनेश्वर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) प्रफुल्ल कुमार स्वाईं की मिलीभगत का भी आरोप लगाया.
बताया गया है कि जब गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने ईवीएम से छेड़छाड़ की कोशिश करने वाले बदमाश को घेरने और रोकने की कोशिश की तो पुलिस ने बल का प्रयोग करना शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज चटकानी शुरू कर दी. इस दौरान दो थाना प्रभारी, दो लोग समेत कुछ आठ से दस लोगों के घायल होने की सूचना है.
निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी के समर्थक ने पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस बीजद के गुंडों की तरह काम कर रही है. हम यहां स्ट्रांग रूम में ईवीएम से छेड़छाड़ की जानकारी मिलने के बाद यहां आये थे. जब हमने इसका विरोध किया तो पुलिस ने हमारा पीछा किया और हमारी पिटाई की.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्ट्रांग रूम के अंदर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगाये गये सीसीटीवी कैमरों में फुटेज को जांच के लिए बचाने में मदद करने के लिए कोई हार्ड डिस्क नहीं है. इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरा फीड चलाने के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर लगाई गई एलईडी स्क्रीन सुबह से ही खराब हो गई है, जिससे स्ट्रांग रूम के लाइव दृश्य बाधित हो रहे हैं.
स्ट्रांग रूम पर निगरानी रखने वाले एक पार्षद उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि स्ट्रांग रूम में प्रवेश करने वाले युवक के पास एक फर्जी आईडी कार्ड था, जिस पर कोई नाम या साख नहीं थी. वह सत्तारूढ़ बीजद का गुंडा है और उसके पास छेड़छाड़ करने के लिए ईवीएम की सूची थी. पुलिस ने उसे दण्ड से मुक्ति के साथ अपना काम करने के लिए अंदर जाने दिया. हम पुलिस की निष्क्रियता की निंदा करते हैं और दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की मांग करते हैं.
हालांकि, एडीएम स्वाईं ने आरोपों पर कहा कि ओडिशा में किसी भी चुनाव के लिए पहली बार इस तरह की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है.
हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दाश ने मीडिया से कहा कि इमारत के सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. एलईडी डिस्प्ले और सीसीटीवी कैमरों में खराबी के आरोपों पर दाश ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.