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तीन दिनों तक ससुराल में छिपी थी शर्मिष्ठा

  •  7 मार्च की रात करीब 11.30 बजे अपनी सहयोगी झुना भोई के साथ पहुंची थी घर

  •  सास ने कहा-दोषी पाये जाने पर किया जाना चाहिए दंडित

  •  भुवनेश्वर में पुलिस ने कई जगहों पर की छापेमारी

  •  संपूर्ण वेब चैनल और मैगजीन का कार्यालय सील

भुवनेश्वर. कैमरामैन मानस स्वाईं की हत्या के मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्य आरोपी शर्मिष्ठा राउत जाजपुर के कोलीपासी गांव स्थित अपने ससुराल में तीन दिन तक छिपी थी. इस बात का खुलासा शर्मिष्ठा की सास शांतिलता ने करते हुए मीडिया को बताया कि वह सात मार्च की रात करीब 11.30 बजे अपनी सहयोगी झुना भोई के साथ घर पहुंची थी, लेकिन अभी फरार है.
शांतिलता ने बताया कि पूछने पर शर्मिष्ठा ने कहा था कि वह अपने आश्रम के लिए एक वृत्तचित्र की शूटिंग के लिए गांव आई थी. उनकी टीम पहले ही जा चुकी थी. वह 10 मार्च तक घर में रही.
शांतिलता ने बताया कि शर्मिष्ठा और उनके बेटे जितेश कुमार बल ने 2013 में प्रेम विवाह किया था. दोनों को तीन साल बाद एक बेटा हुआ. तब से वे भुवनेश्वर में रह रहे थे. जितेश कुमार बल पेशे से पत्रकार हैं. उन्होंने बताया कि साल 2018 में दोनों अलग-अलग रहने लगे. शांतिलता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वे अलग क्यों हो गये. उन्होंने दावा किया कि उसके बाद से उनके परिवार का बेटे जितेश के साथ कोई संबंध नहीं है. अपनी बहू के खिलाफ हत्या के आरोपों पर शांतिलता ने कहा कि अगर दोषी पाया जाता है तो कानून के अनुसार शर्मिष्ठा को दंडित किया जाना चाहिए. हत्या के मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि पुलिस को अभी तक ओड़िया पाक्षिक ‘संपूर्ण’ की संपादक शर्मिष्ठा और उसकी सहयोगी झुना भोई का पता नहीं चल पाया है. इस बीच, अपराध शाखा ने मामले की गंभीरता और कई जिलों की संलिप्तता को देखते हुए मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. डीएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की एक टीम मामले की जांच करेगी.
इधर, चांदबली पुलिस की एक टीम ने बुधवार को शहर में कई जगहों पर छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने संपूर्ण वेब चैनल और मैगजीन के ऑफिस में तलाशी ली. पुलिस ने कार्यालय को सील कर दिया है.
इस बीच चांदबली पुलिस ने बुधवार को शर्मिष्ठा के भाई परमेश्वर को गिरफ्तार कर लिया. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

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