कुछ घंटों के बाद अपहर्ताओं ने देवव्रत से फोन पर संपर्क किया और प्रियव्रत को रिहा करने के लिए चार लाख रुपये की मांग की. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. जांच के दौरान पुलिस टीम ने अपहर्ताओं का पता लगा लिया. जांच के दौरान पाया गया कि पहले तो अपहर्ताओं ने पीड़िता को झारखंड राज्य में रखा और लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे.
पल्लाहारा थाने से पुलिस की एक टीम झारखंड भेजी गई. अपहर्ताओं की लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम भी उनका पीछा करती रही.
केंदुझर जिले के बड़बिल में पुलिस की टीम ने लगातार अपहर्ताओं को ट्रेस कर उन्हें धर दबोचा. पुलिस ने प्रियव्रत को छुड़ा लिया और तीनों अपहर्ताओं को पकड़ लिया.
पकड़े गए तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर 3 मार्च को एसडीजेएम पल्लाहारा की अदालत में भेज दिया गया. गिरफ्तारों में से एक झारखंड का है और अन्य दो अनुगूल के पल्लाहारा और ओडिशा के केंदुझर के बड़बिल के निवासी हैं.
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