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रवीन्द्र मंडप में नाटक मंचमाया का मंचन
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अतिथियों ने किया नाटक को मंच से बचाने का आह्वान
भुवनेश्वर-सांस्कृतिक संगठन पंचमवेद की तरफ से स्थानीय रवीन्द्र मंडप में आयोजित 16वें राज्यस्तरीय नाटक महोत्सव में मंगलवार शाम को पधारे अतिथियों ने नाटक को न सिर्फ मंच से बचाने का आह्वान किया बल्कि नाटक के जरिए जीवन में होने वाले परिवर्तन को भी अपने अनुभव के आधार पर साझा किया। मंगलवार शाम को महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षाविद आकाश इंस्टीट्यूट के निदेशक डा. अजय बहादुर सिंह, युवा भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान, प्रड्यूसर श्रीधर मार्था, प्रायोजक हरेन साहू, मनोज आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर नाट्यकार डा. संजय हाती को संस्थान की तरफ से अतिथियों ने सम्मानित किया। इसके बाद नाटक मंचमाया का कलाकारों ने मंचन किया। डा. संजय हाती द्वारा रचित, धीरवशा के निर्देशन में ओम नाट्य संस्था, बारीपदा द्वारा प्रायोजित नाटक मंचमाया में कलाकारों ने सामान्य मनुष्य के अंदर छिपी असाधारण प्रतिभा को बखूबी ढंग से मंचन किया। कलाकारों ने अपने अभिनय के जादू दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. अजय बहादुर सिंह ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि ओड़िशा शांति, मैत्री का वाहक है। ओड़िशा संगीत, नाटक, नृत्य का संगम है। डा. सिंह ने कहा कि प्रदेश में कला, संस्कृति के साथ शिक्षा व आर्थिक क्षेत्र को भी बेहतर करने में मददगार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब शिक्षा के जरिए ही सम्भव है। उन्होंने इस अवसर पर अपने संस्थान जिंदगी फाउंडेशन का भी उदाहरण दिया, जिसके जरिए गरीब मेधावी बच्चों को रहने, खाने के साथ डाक्टर बनाने के लिए मुफ्त शिक्षा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि एख बच्चा अपने पैर पर खड़ा हो जाए तो एक परिवार समृद्ध हो जाता है। उसी तरह से एक परिवार से समाज एवं समाज से राज्य व देश समृद्ध बनता है। समारोह में सम्मानित अतिथि भाजपा नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता जगन्नाथ प्रधान एवं श्रीधर मार्था ने कहा कि मंच नाटक से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। नाटक का महत्व समाज में ना ही कभी कम हुआ और ना ही आगे कम होगा। मंच नाटक हमें दिगदर्शन देता है और मंच से ही लोग आगे चलकर स्टार बनते हैं। समारोह का संचालन हरेन साहू ने किया।