प्रयागराज, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) को ‘घनघोर परिवारवादी’ करार देते हुए पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार पर युवाओं के साथ छल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन घोर परिवारवादियों ने इतने दशकों तक संप्रदायवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की राजनीति की। इनकी राजनीति का दायरा संकुचित, सीमित और संकीर्ण है ।
प्रयागराज में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे प्रदेश, देश से जो युवा यहां आते हैं उनसे इन घोर परिवारवादियों ने छल किया। नौकरी के नाम पर पिछली सरकारों के आयोग में बैठे लोग किस योग्यता को जरूरी मानते थे, ये किसी से छिपा नहीं है। इनके लिए योग्यता की अहमियत नहीं बल्कि सिफारिश, जातिवाद, क्षेत्रवाद और नोटों के बंडल ही सबकुछ था।
उन्होंने कहा कि जिस तरह पहले की सरकारों ने उत्तर प्रदेश के नौजवानों को धोखा दिया, वैसे ही प्रयागराज को भी विकास के लिए तरसा कर रखा। जिन्हें प्रयागराज नाम से ही चिढ़ हो, वो प्रयागराज का विकास करेंगे क्या?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में पीसीएस की परीक्षा का सिलेबस और यूपीएससी का सिलेबस अलग-अलग होता था। छात्र-छात्राएं इन दोनों परीक्षाओं की अलग-अलग तैयारी करते थे, उनका बहुत सा समय इसमें लग जाता था। हमारी सरकार ने आपकी परेशानी समझी। आज उत्तर प्रदेश पीसीएस और यूपीएससी का सिलेबस लगभग एक जैसा कर दिया।
मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में सभी के सहयोग से संपन्न हुए कुंभ के दिव्य और भव्य आयोजन को दुनिया ने सराहा। विश्व की बड़ी-बड़ी संस्थाओं ने उस पर स्टडी की, यूनेस्को ने उसे विश्व विरासत का दर्जा दिया।
मोदी ने कहा कि कोरोना से पहले की बात करें तो साल 2019 में मुस्लिमों के पवित्र स्थान, मक्का में 2 करोड़ से ज्यादा लोग हज करने के लिए, उमराह करने के लिए गए थे। इसी तरह इसाइयों के पवित्र स्थान वेटिकन सिटी में वर्ष 2019 में करीब-करीब 1 करोड़ लोग वहां के चर्च, म्यूजियम को देखने गए थे। लेकिन भारत में यही करने पर, कुछ लोग सांप्रदायिकता का चश्मा पहन लेते हैं। आप खुद देख रहे हैं, काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के बाद वहां कितने ज्यादा भक्त आने लगे हैं। उनमें आस्था भी है और कौतूहल भी है।
मोदी ने सपा पर हमला जारी रखते हुए कहा कि इन घोर परिवारवादियों ने इतने दशकों तक संप्रदायवाद की राजनीति की, जातिवाद की राजनीति की, क्षेत्रवाद की राजनीति की। इनकी राजनीति का दायरा संकुचित है, सीमित है, संकीर्ण है। भाजपा की राजनीति का दायरा विस्तृत है, विशाल है, सर्वसमावेशी है।
साभार-हिस