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भाजपा ने की चुनाव आयुक्त से शिकायत, समझौता पत्र की प्रति और चेक की तस्वीर सौंपी
शिवराम चौधरी, ब्रह्मपुर
गंजाम जिले में एक समिति सदस्य पर गंभीर आरोप लगा है कि उसने चुनावी मैदान में विपक्षियों को नहीं खड़ा होने के लिए रुपये दिये हैं. एक स्टांप पेपर किये गये समझौते के साथ इस समिति सदस्य के पति ने 10 लाख रुपये का चेक विपक्षी दलों को सौंपा है. इसकी शिकायत करते हुए भाजपा के जिला परिषद उम्मीदवार काजल पात्र ने चुनाव आयुक्त का दरवाजा खटखटाया है और समझौते की प्रति तथा चेक का फोटो भी ज्ञापन पत्र के साथ सौंपा है. भाजपा उम्मीदवार पात्र की शिकायत के अनुसार 20 जनवरी को सुनदेई गांव में ग्रामीणों के मौजूदगी में चांदपुर पंचायत के निविर्रोध विजेता सरपंच चीनी रश्मिता पात्र के ससुर चीनी बाईरी पात्र और समिति सदस्य प्रियंका दलाई के पति बाल्यराम दलाई के बीच एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में ग्राम समिति के सदस्य प्रशांत कुमार बेहरा को समिति सदस्य के पति बाल्यराम दलाई द्वारा हस्ताक्षरित 10 लाख रुपये का चेक दिया गया और सुनादेई गांव से किसी भी उम्मीदवार को चुनाव में नहीं उतारने का फैसला किया गया. बाल्याराम दलाई और प्रशांत कुमार बेहरा के बीच उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने का समझौता भी हुआ. नतीजतन, नामांकन प्रक्रिया के दौरान किसी अन्य उम्मीदवार ने अपना नामांकन जमा नहीं किया. प्रखंड प्रशासन ने दोनों उम्मीदवारों को निर्विरोध घोषित कर दिया. इसलिए घटना की उचित जांच के साथ पात्र ने पुन: निर्वाचन की मांग की है. साथ ही इस समझौते में गवाह के रूप में लउडिंगांव पंचायत के जीआरएस के रूप में कार्य कर रहे चीनी सुभाष पात्र का नाम है. इसलिए राज्य चुनाव आयोग द्वारा घोषित आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी पात्र ने मांग की है. उधर, घटना को लेकर बाल्यराम दलाई से संपर्क किया गया और उनकी राय जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.