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न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के समक्ष हमले के संबंध में हमने सब कुछ बताया – देवाशीष महापात्र
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बारिपदा. बारिपदा टाउन पुलिस ने केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री और जल शक्ति बिश्वेश्वर टुडू के खिलाफ दो सरकारी अधिकारियों पर हमला करने के मामले में दर्ज प्राथमिकी के संबंध में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मयूरभंज के सहायक निदेशक देवाशीष महापात्र का बयान दर्ज किया. महापात्र ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमएफसी), बारिपदा की अदालत में अपना बयान दर्ज कराया.
बारिपदा टाउन थाने के आईआईसी बीरेंद्र सेनापति ने मीडिया को बताया कि आज हमने देवाशीष महापात्र का बयान दर्ज किया. यह हमले में घायल हो गए थे. जांच प्रक्रिया के हिस्से के रूप में हमने जेएमएफसी के समक्ष सीआरपीसी की धारा-164 के तहत महापात्र का बयान दर्ज कराया. सेनापति ने कहा कि मामले में जांच जारी है.
हालांकि, उन्होंने महापात्र के पूरे बयान की विस्तृत जानकारी देने से इनकार किया, क्योंकि मामले की जांच चल रही है.
इधर, महापात्र ने बताया कि आज मैंने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि यह उस दिन जो कुछ भी हुआ था, उसके बारे में ही था. ड्यूटी ज्वाइन करने के सवाल पर महापात्र ने कहा कि उन्हें डॉक्टरों द्वारा छह सप्ताह के लिए पूर्ण आराम की सलाह दी गई है. इसलिए वह उसके बाद काम पर जायेंगे. उन्होंने घटना के बाद केंद्रीय मंत्री या किसी राजनीतिक दल की ओर से उन पर किसी तरह के दबाव से इनकार किया.
कुछ दिन पहले पुलिस ने अपनी जांच के हिस्से के रूप में टुडू के कार्यालय से दो अधिकारियों के प्रवेश और निकास के फिंगरप्रिंट और सीसीटीवी फुटेज जैसे सबूत एकत्र किया था और इसके बाद बीते शुक्रवार को अश्विनी कुमार मल्लिक, प्रभारी उप निदेशक योजना, मयूरभंज ने मामले में जेएमएफसी बारीपदा के समक्ष सीआरपीसी की धारा-164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया था. टुडू ने मामले में अपनी गिरफ्तारी को रोकने के लिए पिछले गुरुवार को राज्य के उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी.
केंद्रीय मंत्री पर आरोप है कि एमपी लैंड पर चर्चा के लिए बार-बार बुलाये जाने के बाद ये दोनों अधिकारी उनसे चर्चा करने के लिए काफी देर से उनके कार्यालय गये थे, जहां उनपर मंत्री टुडू ने कुर्सियों से हमला किया था. इसमें दोनों अधिकारियों को गंभीर चोटें आयी थीं.