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मोदी सरकार का ऐतिहासिक निर्णय – धर्मेन्द्र प्रधान
भुवनेश्वर. 2022-23 के केन्द्रीय बजट में शिक्षा व कौशल विकास पर जोर दिया गया है. साथ ही शिक्षा के लिए इतिहास में सबसे अधिक एक लाख 4 हजार 277 करोड रुपये का प्रावधान किया गया है. यह देश में शिक्षा के अवसंरचना को सुदृढ़ करेगा. मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम है. केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने केन्द्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का बजट नये भारत की आशा व आकांक्षाओं को प्रतिफलित कर रहा है. यह बजट, उत्साह से भरा हुआ, भविष्यवादी, विकास को बढाने वाला लोक केन्द्रित बजट है. समाज के सभी वर्गों के प्रति ध्यान दिया गया है. प्रधान ने इस बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के प्रति आभार व्यक्त किया है.
उन्होनें कहा कि इस बजट में आंगनवाडी का विकास, पिछडे आकांक्षी जिलों के महत्व दिया गया है. इस बजट से ओडिशा जैसे राज्य को लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि बजट में डिडिटल विश्वविद्याल. ई-विद्या के अंतर्गत 200 टीवी चैनल, स्किलिंग के लिए डिजिटल ईको सिस्टम, किसान ड्रोन, डिजिटल मुद्रा आदि की बातें हैं. साथ ही बजट गुणात्मक शिक्षा, कौशल विकास, टेक्नोलाजी के आधार पर विकास को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ आय व पूंजी निवेश में बढ़ोत्तरी करायेगी.