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राजधानी में किया विरोध प्रदर्शन
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पाठ्यक्रम पूरा नहीं होने के बावजूद सरकार पर परीक्षा आयोजित कर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का लगाया आरोप
भुवनेश्वर. प्लस-2 के छात्रों ने बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की है. इस मांग को लेकर हजारों छात्रों ने गुरुवार को राजधानी स्थित मास्टर कैंटीन चौक पर रैली निकालकर अपना विऱोध प्रदर्शन किया और वर्तमान कोविद-19 स्थिति को देखते हुए प्लस-2 बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की. छात्रों ने आरोप लगाया कि पाठ्यक्रम पूरा नहीं होने के बावजूद सरकार परीक्षा आयोजित करके उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
छात्रों ने सवाल करते हुए कहा कि हमारे पाठ्यक्रम अभी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन सरकार परीक्षा आयोजित करना चाहती है. इसका सीधा सा मतलब है कि वे हमारे भविष्य को बर्बाद करना चाहती है. अगर कोविद प्रतिबंध के दौरान शॉपिंग मॉल और बार खोले जा सकते हैं, तो स्कूल और कॉलेज क्यों नहीं. एक अन्य छात्र ने पूछा कि सरकार ऑफ़लाइन मोड में परीक्षा आयोजित करने के लिए क्यों तैयार है, जब कक्षाएं ऑनलाइन मोड में ली गई थीं. छात्र ने कहा कि हम प्लस-2 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करना चाहते हैं. पाठ्यक्रम में कमी हमारे लिए समाधान नहीं है, क्योंकि यह भविष्य में हमारी मदद नहीं करेगा. यहां तक कि परीक्षा से पहले 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम पूरा करने की जरूरत थी, वह भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है. मुश्किल से डेढ़ महीने तक कक्षाएं चलाई गईं. एक साल का कोर्स कभी भी एक या दो महीने में पूरा नहीं किया जा सकता.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह भी मांग की कि उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद और ओडिशा सरकार को अपने कॉलेजों द्वारा आयोजित त्रैमासिक परीक्षा में उनके अंकों के अनुसार प्लस-2 बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करना चाहिए. गौरतलब है कि हाल ही में, राज्य के स्कूल और जन शिक्षा मंत्री, समीर रंजन दास पहले ही कह चुके हैं कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के साथ तैयार रहना चाहिए.