भुवनेश्वर. बीजू जनता दल (बीजद) ने मयूरभंज के सांसद और केंद्रीय जनजातीय मामलों व जल शक्ति मंत्री बिसेश्वर टुडू को कथित तौर पर दो सरकारी अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में बर्खास्त करने की मांग की है. बीजद के वरिष्ठ नेता और ओडिशा के राजस्व तथा आपदा प्रबंधन मंत्री सुदाम मरंडी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि ऐसे व्यक्ति को, जो सम्मानजनक पद पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें तुरंत कैबिनेट से बाहर कर देना चाहिए.
मरंडी ने बताया कि पार्टी ने सरकारी अधिकारियों पर हमले की भी निंदा की है और इस घटना ने जिले के लोगों को शर्मसार कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर टुडू को उनके पद से बर्खास्त नहीं किया गया तो बीजद के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.
गौरतलब है कि अश्विनी कुमार मलिक, प्रभारी उप निदेशक योजना, मयूरभंज ने शुक्रवार को बारिपदा टाउन थाने में टुडू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. प्राथमिकी के अनुसार, मल्लिक ने आरोप लगाया है कि गुरुवार, 20 जनवरी को दोपहर करीब 12.30 बजे उनके सहायक निदेशक देवाशीष महापात्र ने उन्हें सूचित किया कि बिसेश्वर टुडू एमपीलैड फंड पर चर्चा करने के लिए ताकतपुर में अपने पार्टी कार्यालय में उनसे मिलना चाहते हैं.
मल्लिक ने कहा है कि उन्होंने महापात्र को बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू है. इसलिए पार्टी कार्यालय का दौरा करना संभव नहीं है. टुडू योजना कार्यालय या सर्किट हाउस आ सकते हैं. उन्होंने महापात्र को टुडू के पीए का संपर्क नंबर लेने के लिए कहा.
गुरुवार, 20 जनवरी को मल्लिक ने दावा किया है कि उसने रात 9.40 बजे टुडू के पीए को फोन किया और उसे बताया कि आचार संहिता जारी रहने के कारण टुडू के कार्यालय का दौरा करना संभव नहीं है. अगले दिन 21 जनवरी की सुबह 10.45 बजे टुडू के पीए ने मल्लिक को फोन किया और उसे बाजार इंडिया में टुडू से मिलने के लिए कहा. इसके जवाब दिया कि बाजार इंडिया एक सार्वजनिक स्थान और शॉपिंग मॉल है और सुझाव दिया कि बेहतर है कि बारिपदा में कार्यालय या सर्किट हाउस मिलें. मल्लिक ने प्राथमिकी में कहा है कि टुडू ने शुक्रवार 21 जनवरी को दोपहर 12.04 बजे उन्हें फोन किया और उनसे तत्काल मिलने को कहा. मल्लिक ने दावा किया है कि 20 मिनट के बाद उन्हें फिर से दिल्ली से टुडू के पीए से ताकतपुर में टुडू से मिलने का फोन आया, जिसका उन्होंने वही जवाब देकर जवाब दिया, लेकिन फिर से टुडू के पीए ने उन्हें दोपहर 12.53 बजे फोन करके टुडू से उनकी ताकतपुर पार्टी कार्यालय में मिलने के लिए कहा. मल्लिक ने प्राथमिकी में कहा है कि वह और उनके सहायक निदेशक महापात्र दोपहर करीब 1.15 बजे टुडू के कार्यालय गए और 15 मिनट तक इंतजार किया. मल्लिक ने आरोप लगाया है कि 15 मिनट के बाद टुडू आये और अश्लील भाषा का इस्तेमाल कर उन्हें गालियां दीं और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
उन्होंने आगे आरोप लगाया है कि टुडू ने उनकी पार्टी के एक कार्यकर्ता को अपने कार्यालय के शटर को बंद करने के लिए कहा और उसके बाद टुडू ने उन पर प्लास्टिक की कुर्सी से हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप महापात्र के बाएं हाथ में फ्रैक्चर हुआ और उन्हें उनकी चोट लगी. दोनों का पीआरएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इलाज कराया गया है. इससे पहले शुक्रवार शाम को टुडू ने दो सरकारी अधिकारियों द्वारा अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन किया था. टुडू ने आरोपों को ‘पूरी तरह से झूठा’ करार दिया था. उन्होंने कहा था कि चुनाव नजदीक आने पर उन्हें बदनाम करने और जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के आरोप लगाए गए.