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जमीनी स्तर पर आकर आजमा रहे हैं अपनी किस्मत
भुवनेश्वर. ओडिशा में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक नई राजनीतिक परिदृश्य देखने को मिल रही है. इस बार के पंचायत चुनाव में तीन पूर्व विधायक अपने भाग्य जमीनीस्तर के चुनावों में अजमाने जा रहे हैं. ये तीनों शीर्ष नेता जो कभी प्रमुख सरकारी पदों पर थे, अब जमीनी स्तर पर वापस आ गए हैं और राज्य में आगामी पंचायत चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. दो बार मंत्री और तीन बार की विधायक अंजलि बेहरा ढेंकानाल जिले के हिंडोल प्रखंड के गिरिधर प्रसाद पंचायत से समिति सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ेंगी. हाल ही में उन्होंने बीजद छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गईं. बेहरा ने कहा कि मैंने एक समिति सदस्य के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है ताकि मैं जमीनी स्तर से काम कर सकूं.
इसी तरह, भद्रक जिले के भंडारीपोखरी निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रफुल्ल जेना और सुंदरगढ़ में रघुनाथपल्ली निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक हलू मुंडारी 16 फरवरी से शुरू होने वाले पांच चरणों में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला परिषद सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
प्रफुल्ल जेना ने कहा कि मुझे नहीं पता कि पार्टी ने मुझे जिला परिषद के उम्मीदवार के रूप में क्यों चुना है. जैसा कि यह पार्टी का निर्णय है, मैं इसे स्वीकार करता हूं. इस बीच, ग्रामीण निकाय चुनावों के लिए उच्च योग्य उम्मीदवार मैदान में हैं.
सोनी हेम्ब्रम, जो वर्तमान में फकीर मोहन विश्वविद्यालय में ओड़िया में अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही है, समिति सदस्य पद के लिए बालेश्वर जिले के रेमुना ब्लॉक के अंतर्गत सासंका पंचायत से मैदान में होंगी. सोनी हेम्ब्रम ने कहा कि मैं सिर्फ लोगों की सेवा करना चाहता हूं इसलिए मैंने राजनीति में कदम रखा. इसी तरह संबलपुर विश्वविद्यालय के पीएचडी स्कॉलर मानस कुमार साहू भद्रक जिले के वार्ड नंबर-18 से चुनाव लड़ेंगे.