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कोरोना और ओमिक्रॉन के कारण ओडिशा में आने वाले दिन काफी महत्वपूर्ण

  •  राज्य में आवजीवका की रक्षा के लिए लॉकडाउन और शटडाउन नहीं

  •  मुख्य सचिव ने की लोगों से कोविद नियमों के पालन की अपील

भुवनेश्वर. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण ओडिशा में आने वाले दिन काफी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए राज्य सरकार ने कहा कि लोगों की आजीविका की रक्षा के लिए कोविद महामारी की मौजूदा तीसरी लहर में ओडिशा में अब तक सामान्य लॉकडाउन और शटडाउन जैसे सख्त प्रतिबंध लागू नहीं किए गए हैं. कोविद की स्थिति पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने कहा कि वर्तमान में ओमिक्रॉन संस्करण के कारण पूरे भारत में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जब ओडिशा में तीसरी लहर आई तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों की आजीविका को प्राथमिकता देने पर जोर दिया. तदनुसार, लोगों की आजीविका को बाधित किए बिना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कोविद दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोविद महामारी की इस तीसरी लहर में कोविद-19 प्रतिबंध आजीविका की रक्षा के लिए तैयार किए गए हैं. इसलिए कोई सामान्य लॉकडाउन या शटडाउन नहीं हुआ है. महापात्र ने कहा कि सभी के सहयोग से राज्य नियंत्रण के बाहर विस्फोट से फैले वायरस से निपटने में सफल रहा है. अस्पताल में भर्ती होने और मरीजों की आईसीयू की जरूरत दूसरी लहर की तुलना में कम है. लगभग दो प्रतिशत सक्रिय मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से नहीं घबराने और सख्ती से कोविद-19 दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि कोविद संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और राज्य में पिछले एक सप्ताह से औसतन लगभग 10,000 से 11,000 दैनिक संक्रमण संख्या देखने को मिल रही है. हम अपने बचाव को कम नहीं कर सकते, क्योंकि अगर हम सावधान नहीं हुए तो मामले और बढ़ेंगे.
उल्लेखनीय है कि राज्य में बुधवार को ओमिक्रॉन के 145 नए मामले पाये गये हैं. इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज (आईएलएस), भुवनेश्वर ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस के नए संस्करण ओमिक्रॉन के 145 मामलों का पता लगाने के बारे में सूचित किया है. आईएलएस ने कुल 249 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया था, जिसमें से 145 नमूनों में ओमिक्रॉन स्ट्रेन की पुष्टि हुई. आईएलएस ने स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया कि सभी नमूने 9 से 16 जनवरी के बीच जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए थे. इस बीच राज्य में ओमिक्रॉन से संक्रमितों की कुल 347 तक पहुंच गई है.

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