भुवनेश्वर. सातकोसिया टाइगर रिजर्व पार्क में छोड़ी गई अकेली बाघिन के लापता होने की बात सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक, 795 वर्ग किलोमीटर के टाइगर रिजर्व में पिछले दो महीनों से उसे कहीं नहीं देखा गया है. सूत्रों ने मीडिया से कहा कि उसे आखिरी बार वन विभाग द्वारा 23 नवंबर, 2021 को लगाए गए एक ट्रैप कैमरे में देखा गया था. इधर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ), शशि पॉल ने उसके लापता होने की खबरों को खारिज करते दिखे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई अभयारण्यों में बाघों की गणना चल रही है. इसलिए कैमरों को गिनती के लिए अन्य स्थानों पर ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि हम और कैमरे लाएंगे और सातकोसिया में बहुत जल्द उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने की कोशिश करेंगे.
उल्लेखनीय है कि ओडिशा सरकार ने एक महत्वाकांक्षी बाघ स्थानांतरण परियोजना शुरू की थी, जिसके तहत 2018 में मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाए जाने के बाद एक बाघिन सुंदरी को नर बाघ के साथ सातकोसिया अभयारण्य में छोड़ा गया था. इस दौरान नर बाघ को कथित तौर पर शिकारियों ने मार डाला था. बाघिन सुंदरी ने सातकोसिया क्षेत्र में कथित तौर पर दो लोगों को मार डाला था. इन मानवों की मृत्यु के बाद उसे एक बाड़े में सीमित कर दिया गया और बाद में मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व (केटीआर) में भेज दिया गया.