-
बच्चों के लिए 1000 से अधिक बिस्तरों का प्रावधान
-
राज्य सरकार किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार – नवकिशोर दास
भुवनेश्वर. ओडिशा में रविवार को 23 नए मामले पाए जाने के बाद आज स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों को तेज कर दिया है. नए कोरोना संस्करण से उत्पन्न व उभरते चिंताओं से निपटने के लिए राज्य में तैयारियों की समीक्षा की गयी. राज्य सरकार किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नव किशोर दास ने व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद कहा कि मामलों से निपटने के लिए राज्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि कोविद-19 की दूसरी लहर के दौरान ओडिशा सरकार न केवल चौबीसों घंटे चिकित्सा ऑक्सीजन सुनिश्चित करने में कामयाब रही, बल्कि 18 अन्य उन राज्यों की भी सहायता की, जो संकट की स्थिति के दौरान ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बच्चों के लिए 1,000 से अधिक बिस्तरों का प्रावधान किया है, जिसमें राज्यभर में 937 सामान्य बेड और 242 आईसीयू बेड और 110 वेंटिलेटर शामिल हैं.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, ओडिशा ने दूसरी लहर के चरम के दौरान 10,000 से 12,000 कोविद-19 मामले दर्ज किए गये थे. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के मामले दूसरी लहर के संक्रमण से अधिक होने पर भी राज्य पूरी तरह से तैयार है.
उन्होंने कहा कि ओडिशा ओमिक्रॉन संस्करण से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. हमने बच्चों के लिए बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था की है और स्थिति पर नजर रखने के लिए जिला कलेक्टरों और नगर आयुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं. आपातकालीन स्थितियों के आधार पर बेड और अन्य बुनियादी ढांचे की संख्या बढ़ाई जाएगी. वर्तमान में, जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से निगरानी पर ध्यान देना शुरू हो गया है, जो भुवनेश्वर में इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज (आईएलएस) में आयोजित किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि राज्य की अन्य सुविधाओं में भी आरटी-पीसीआर नमूनों की जीनोम अनुक्रमण की व्यवस्था करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.