Home / Odisha / अनुगूल में बदमाशों का तांडव बढ़ा, बीच सड़क महिला पर हमला

अनुगूल में बदमाशों का तांडव बढ़ा, बीच सड़क महिला पर हमला

  • शारीरिक हमला करने की घटना सीसीटीवी में कैद

  • थाने से मात्र 200 मीटर दूर है घटनास्थल

  • शहर में महिलाओं की सुरक्षा बड़ी चुनौती

  • लोगों ने घटना को लेकर जतायी चिंता

  • पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में, क्या थाने के बाहर भी तैनात नहीं होती है पुलिस

  • 200 मीटर देखने और आवाज सुनने में कैसे विफल रहे जवान


अमित कुमार मोदी, अनुगूल
अनुगूल में बदमाशों का तांडव बढ़ गया है. बीच सड़क एक महिला पर हमला करने का मामला प्रकाश में आया है. शहर में महिलाओं की सुरक्षा बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है. पिछले दिनों तीन पिस्तौल और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार हुए सत्यजीत प्रधान को अदालत में 10 मिनट के अंदर जमानत मिलने के बाद पुलिस की किरकिरी हुई थी. इस घटना के बाद लग रहा है कि बदमाशों में पुलिस और कानून व्यवस्था प्रति भय ही नहीं रहा. अब महिलाओं पर शारीरिक हमला करने जैसी घटना सामने आयी है.

पूरा मामला नजदीकी के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है. लोगों ने घटना को लेकर चिंता जताई है तथा पूरे पुलिस प्रशासन को सवालों के घेरे में ला दिया है. हमें मिले एक्सक्लूसिव सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, एक लड़का एक महिला के ऊपर शारीरिक हमला करता हुआ नजर आ रहा है. बुधवार रात को करीब 9:00 बजे यह महिला हर दिन की तरह अपनी बच्ची को ट्यूशन से वापस लेकर घर आ रही थी. घर के बाहर पहुंचते ही महिला की बच्ची दरवाजा खोलने के लिए स्कूटी से उतरी.

इस दौरान पीछा करता हुआ युवक महिला पर शारीरिक हमला करने लगता है, जिससे उक्त महिला गाड़ी से गिरते-गिरते बचती है. इसके बाद भी वह महिला पर हमला करता रहता है. इतने में महिला जोर-जोर से चिल्लाने लगती है. इस दौरान एक व्यक्ति चलता हुआ नजर आया तो हमलावर वहां से फरार हो गया. महिला के अनुसार, घर लौटते समय रास्ते में तीन युवक उसका पीछा कर रहे थे. घर के पास पहुंचने पर उनमें से एक युवक ने हमला बोल दिया. इस घटना को लेकर महिला ने अनुगूल थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. थाने से मात्र 200 मीटर की दूरी पर इस प्रकार की घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा प्रति सवालिया निशान खड़ा हो गया है.

सवाल यह भी उठने लगा है कि क्या थाने के बाहर भी पुलिस तैनात नहीं होती है, यदि होती है तो पुलिसकर्मी 200 मीटर दूर होती घटना को कैसे नहीं देख पाये और महिला की मदद की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी. इस घटना को लेकर शहर के बुद्धजिवियों ने चिंता जतायी है. लोगों ने जल्द से जल्द इस हमलावर को पकड़ने की मांग की है. इधर, सूत्रों ने बताया कि उक्त महिला को मीडिया से बातचीत न करने के लिए पुलिस ने दबाव बनाया है.

Share this news

About desk

Check Also

बीजद की हार के लिए पांडियन जिम्मेदार

वरिष्ठ नेता प्रसन्न आचार्य ने लेखक रुबेन बनर्जी के दावे को सराहा भुवनेश्वर। बीजू जनता …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *