भुवनेश्वर. ओमिक्रॉन के दो मामले पाये जाने के बाद केंद्र सरकार की ओर से जारी किये गये निर्देशानुसार कुल परीक्षण में 10 फीसदी पाजिटिव दर पायी जाती है तो राज्य में कड़े प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है.
ओडिशा स्वास्थ्य सेवा के निदेशक विजय महापात्र ने आज कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर प्रशासन को सलाह दी है कि यदि परीक्षण पाजिटिव दर (टीपीआर) 10% से अधिक हो जाती है या ऑक्सीजन-समर्थित आईसीयू बेड का 40% तक भर जाता है, तो प्रतिबंध लगाने की सलाह दी जाती है.
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी एडवाइजरी में रात का कर्फ्यू, बड़ी सभाओं का नियमन, विवाह और अंत्येष्टि में संख्या कम करने, कार्यालयों, उद्योगों, सार्वजनिक परिवहन आदि में संख्या सीमित करने को प्रतिबंध के उपायों के रूप में अपनाने को कहा है. केंद्र ने कहा है कि वर्तमान वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर कंसर्न ओमिक्रॉन का संस्करण डेल्टा संस्करण की तुलना में कम से कम 3 गुना अधिक तेज है. इसके अलावा, डेल्टा वीओसी अभी भी देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद है. इसलिए स्थानीय और जिलास्तर पर और भी अधिक दूरदर्शिता, डेटा विश्लेषण, तेज निर्णय लेने और सख्त तथा त्वरित नियंत्रण कार्रवाई की आवश्यकता है.
महापात्र ने बताया कि केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविद-19 प्रभावित आबादी, भौगोलिक प्रसार, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, जनशक्ति, नियंत्रण क्षेत्रों को अधिसूचित करने और जिलास्तर पर नियंत्रण क्षेत्रों की परिधि को लागू करने के उभरते आंकड़ों की समीक्षा करने के लिए कहा है.
साथ ही एक रणनीति तैयार करने का आह्वान किया है जो यह सुनिश्चित कर सके कि संक्रमण राज्य के अन्य हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही निहित हो.
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