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राज्य में 50 हजार तथा देश में 20 लाख तक दैनिक मामले हो सकते हैं दर्ज
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ज्यादातर मामलों में नहीं दिख सकता है लक्षण
भुवनेश्वर. अपनी चरण सीमा के दौरान ओमिक्रॉन ओडिशा में खतरे की घंटी बजा सकता है. एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नीरोज मिश्र ने मीडिया से कहा कि ओडिशा में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन संस्करण के कारण दैनिक मामलों की संख्या 40,000 से 50,000 तक जा सकती है.
डॉ मिश्र ने कहा कि चूंकि ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण अन्य देशों में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है, इसलिए इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि हमारे देश में संक्रमण में वृद्धि होगी.
उन्होंने कहा कि भारत में दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले सप्ताह में संक्रमण बढ़ने की संभावना है. डॉ मिश्र ने भविष्यवाणी की कि जनवरी के तीसरे सप्ताह में इसके चरम पर होने की संभावना है. उनका विचार था कि ओमिक्रॉन संस्करण निश्चित रूप से भारत में तीसरी लहर की शुरूआत करेगा और इसमें कोई संदेह नहीं है.
डॉ मिश्र ने अपनी बात को मजबूती प्रदान करने के लिए दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, डेनमार्क और नॉर्वे में संक्रमण की गति का हवाला दिया. उन्होंने ओमिक्रॉन संस्करण की उच्च संक्रमण पर चिंता व्यक्त की.
डॉ मिश्र ने कहा कि कल तक उपलब्ध प्रवृत्ति के अनुसार दैनिक मामले बहुत अधिक होंगे, लेकिन गंभीरता कम होगी. अन्य देशों में संक्रमण की गति को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि भारत में 20 से 25 लाख का दैनिक संक्रमण संख्या हो सकती है.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामले बिना लक्षण वाले होने की संभावना है, लेकिन कम प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों में गंभीरता होगी.