भुवनेश्वर. राजधानी स्थित उत्कल अनुज हिन्दी पुस्ताकलय में अन्जना भुरा की अध्यक्षता में काव्य संध्या का सफल आयोजन हुआ. इस अवसर पर हैदराबाद से डा शंकरलाल पुरोहित तथा पटना से सुनील कुमार मिश्र सादर आमंत्रित थे. काव्य संध्या के आकर्षण के केन्द्र रहे गायक प्रकाश भुरा, हास्य-व्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर कवि किशन खण्डेलवाल (दुपट्टा आजकल), कवि अनूप अग्रवाल (मैं भारत हूं,मैं बिहार हूं), गायिका रश्मि गुप्ता (विष्णु सक्सेना का श्रृंगार गीत), रश्मि अग्रवाल (कन्या), कवि नारायण मावतवाल (लरजते आंसू), लेखिका तथा अनुवादिका कविता गुप्ता (सीतायन) तथा अन्जना भुरा (ईश वंदना) आदि. पुस्तकालय के संगठन सचिव अशोक पाण्डेय ने आरंभिक जानकारी देते हुए डा शंकरलाल पुरोहित के सेल मंत्रालय के हिन्दी सलाहकार समिति के माननीय सदस्य के रुप में चयनित होने,कविता गुप्ता के सीतायन के हिन्दी अनुवाद सीतायन तथा पुस्तकालय में हिन्दी पुस्तकों की अभिवृद्ध आदि की जानकारी सदन को दी.
पटना से पधारे सुनील कुमार मिश्र का स्वागत पुस्तकालय-समृतिचिह्न, दुपट्टा तथा पुस्कालय का 2022 का नया कलेण्डर भेंटकर किया गया. सीतायन हिन्दी अनुवाद के लिए श्रीमती अन्जना भुरा ने कविता गुप्ता को सम्मानित किया. कविता गुप्ता ने सीतायन की अनेक प्रति पुस्तकालय को भेंट कीं. इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय के अवकाशप्राप्त प्राचार्य लोकनाथ पण्डा, श्रीमती कोठारी तथा श्रीमती पटवारी आदि श्रोता के रुप में उपस्थित थे. अपने आभार प्रदर्शन में पुस्तकालय के मुख्य संरक्षक सुभाष भुरा ने बताया कि उन्हें इस बात का दुख है कि कोरोना संक्रमणकाल में पुस्तकालय से जुड़े कुछ सदस्यों का निधन हो गया, जिसके लिए उन्हें आंतरिक दुख है. पुस्तकालय के साथ अब अनेक नये सदस्य जुड रहे हैं, जिससे वे प्रसन्न हैं. उन्होंने उपस्थित सभी से यह निवेदन किया कि आनेवाले दिनों में काव्य संध्या आयोजन में प्रत्येक सदस्य अपने कम से कम तीन मित्रों को अवश्य लायें. काव्यपाठ आयोजन में महिलाओं की बढती उपस्थिति को देखकर इसे शुभ संकेत बताया. उन्होंने आगामी दिनों में पुस्तकालय के मनाये जानेवाले वार्षिकोत्सव के लिए पुस्तकालय के सचिव किशन खण्डेलवाल से हिन्दी के नामचीन कवियों को आमंत्रित करने का निवेदन किया. आयोजन पुराने वर्ष 2021 की विदाई तथा नूतन वर्ष 2022 के स्वागत के रुप में रहा.