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राज्य में नहीं मिला है एक भी मामला, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं – डीएमईटी निदेशक
भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने आंध्र प्रदेश की सीमा पर ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट जारी किया है. रविवार को पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में ओमिक्रॉन के पहले पाजिटिव मामले का पता चलने के बाद राज्य सरकार ने आंध्र प्रदेश के साथ सीमा साझा करने वाले जिलों को सतर्क कर दिया है. फिलहाल सीमावर्ती जिलों के लोग दहशत और आशंका में हैं. चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशक (डीएमईटी) डॉ रमा रमन मोहंती ने लोगों को घबराने की सलाह नहीं दी है. उन्होंने कहा कि ओडिशा में अब तक किसी भी विदेशी व्यक्ति में कोरोना वायरस के नये संस्करण ओमिक्रॉन का पता नहीं चला है. इसलिए ओडिशा में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य के चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशक (डीएमईटी) डॉ रमा रमन मोहंती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे पास जानकारी है कि आंध्र प्रदेश में ओमिक्रॉन का पता चला है, लेकिन हवाई अड्डों पर निगरानी के माध्यम से उन मामलों का पता चला है. ये अंतर्राष्ट्रीय यात्री हैं, जो विदेश से आए हैं. डीएमईटी निदेशक पड़ोसी आंध्र प्रदेश में ओमिक्रॉन संस्करण का पता लगने की रिपोर्ट पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे. हालांकि साथ ही डीएमईटी ने कहा कि राज्य सरकार अलर्ट पर है. ओडिशा सरकार ने पड़ोसी राज्य में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन संस्करण का पता लगने के बाद आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे जिलों में अलर्ट जारी किया है, लेकिन राज्य में अभी तक यह मामला नहीं पहुंचा है. इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि लोगों को सजग रहने की जरूरत है. कोविद नियमों का पालन जरूरी है.
उन्होंने कहा कि हमें डरने के बजाय सभी कोविद-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और इसी तरह ही बीमारी को केवल खाड़ी में रखा जा सकता है. विदेशों से ओडिशा आने वाले यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही परीक्षण किया जा रहा है. राज्य ने अब तक किसी भी ओमिक्रॉन पाजिटिव मामले की सूचना नहीं दी है. जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए समूहों के 246 नमूनों में से किसी को भी नए संस्करण संक्रमित नहीं पाया गया है. फिर भी हम स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. कोविद-19 के लिए पाजिटिव पाये जाने वाले लोगों के नमूने नियमित रूप से जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे जा रहे हैं.