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ओडिशा में कोरोना ने बजायी खतरे की घंटी, खुर्दा समेत छह जिलों में मामले बढ़े

  •  ढेंकानाल जिले में साप्ताहिक मामलों में 666.7% की वृद्धि दर्ज

  •  कंधमाल में 250%, नवरंगपुर में 150%, केंदुझर में 109.1%, अनुगूल में 95% और बलांगीर में 75% की वृद्धि

  •  केंद्र ने जतायी चिंता, परीक्षण में गिरावट के लिए ओडिशा को फटकार लगाई

भुवनेश्वर. ओडिशा में कोरोना एक बार फिर खतरे की घंटी बजाता हुआ नजर आ रहा है. राज्य में खुर्दा समेत छह जिलों में संक्रमण में अत्यधिक वृद्धि हुई है. कोविद-19 के नए संस्करण-ओमाइक्रोन के डर के बीच केंद्र ने परीक्षण में गिरावट के लिए ओडिशा को फटकार लगाई है. साथ ही केंद्र ने राज्य के छह जिलों में साप्ताहिक मामलों में उच्च वृद्धि पर भी चिंता व्यक्त की है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में ओडिशा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके शर्मा को पत्र लिखा है. भूषण ने पत्र में कहा है कि ओडिशा में 4 दिसंबर (30 दिन) को समाप्त होने वाले महीने में 7,445 नए मामले दर्ज किए हैं. यह संक्रमण के मामले पिछले एक महीने में भारत के नए मामलों का 2.5% है.
खुर्दा जिले में तीन दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 900 नए मामलों पाये गये हैं, जो साप्ताहिक नए मामलों की उच्च मात्रा को दर्शा रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव ने कहा कि इसके अलावा 30 जिलों में से 6 जिलों ने 26 नवंबर को समाप्त सप्ताह की तुलना में 3 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में साप्ताहिक मामलों में वृद्धि दर्ज की.
भूषण ने बताया है कि ढेंकानाल जिले में साप्ताहिक मामलों में 666.7% की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके बाद कंधमाल में 250%, नवरंगपुर में 150%, केंदुझर में 109.1%, अनुगूल में 95% और बलांगीर में 75% की वृद्धि हुई है.
राज्य में 26 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 4,01,164 कुल परीक्षण हुए. इसके बाद साप्ताहिक परीक्षणों में 3.1% की गिरावट देखी गयी है. बीते 3 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में लगभग 36% आरटी-पीसीआर टेस्ट के साथ कुल परीक्षण 3,88,788 हुए.
भूषण ने कहा कि इस संदर्भ में संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने और मृत्यु दर को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण के लिए चल रही रणनीति के अनुसार कदम उठाए जा सकें.
भूषण ने चिंता के नए संस्करण के संदर्भ में 27 नवंबर के अपने पहले के पत्र का जिक्र करते हुए कहा है कि सभी राज्यों को अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी बढ़ाने, उभरते हुए हॉटस्पॉट की निरंतर निगरानी, सकारात्मक के त्वरित और व्यापक संपर्क ट्रेसिंग की सलाह दी गई है. अंत में केंद्रीय सचिव ने पत्र में आश्वासन दिया है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय कोविद-19 के खिलाफ चल रहे और सामूहिक प्रयासों में राज्य को अपेक्षित सहायता प्रदान करना जारी रखेगा.

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