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44वें अधिवेशन में राज्य में शिक्षा व सामाजिक स्थिति पर पारित किये दो प्रस्ताव
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विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को तत्काल भरने की मांग
भुवनेश्वर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा है कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रवेश-परीक्षा-परिणाम निश्चित समयसीमा में किया जाना जरुरी है. परिषद ने कटक में आयोजित 44वें प्रदेश अधिवेशन में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर इस दिशा में कदम उठाने की मांग की है. विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री शशिकांत मिश्र ने भुवनेश्वर में एक पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में शिक्षा की स्थिति व सामाजिक स्थिति को लेकर अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित किये गये. शिक्षा की स्थिति को लेकर पारित प्रस्ताव में राज्य के विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को तत्काल भरने की मांग की गई है. प्रस्ताव में कहा गया है कि अवसंरचना, लैबोटरी व लाइब्रेरी की कमी के कारण गुणात्मक शिक्षा राज्य के छात्रों को मिल नहीं पा रही है. इसलिए इस पर गंभीरता से विचार कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार से इस प्रस्ताव में मांग की गई है. मिश्र ने बताया कि राज्य में सामाजिक स्थिति को लेकर पारित प्रस्ताव में प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे हिंसा पर चिंता व्यक्त की गई है. इसी तरह तटीय ओडिशा में बांग्लादेशी घुसपैठियों के संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होना व घुसपैठियों द्वारा नशा, गो तस्करी किया जाना चिंता का विषय है. इसी तरह राज्य में मादक पदार्थों के बढ़ रहे प्रभाव पर भी इस प्रस्ताव में चिंता व्यक्त करने के साथ-साथ राज्य सरकार से तत्काल इस पर अंकुश लगाने की मांग की गई है. इस पत्रकार सम्मेलन में मिश्र के अलावा प्रदेश सहमंत्री संगीता पंडा, कविता कहंर, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय मलिक, भुवनेश्वर महानगर मंत्री संबित राउत भी उपस्थित थे.