बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना डीप डिप्रेशन शुक्रवार को तेज होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल गया है और इसे ‘जवाद’ नाम दिया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि यह उत्तर-पश्चिम दिशा में धीरे-धीरे 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में बादल छाये हुए हैं. गंजाम, पुरी, खुर्दा और कटक जिले में हल्की हवा के साथ बारिश शुरू हो गयी है. हालात से निपटने को लेकर प्रशासन तैयार है. लोगों से घरों में रहने की अपील की गयी है. निचले इलाकों में जलजमाव की समस्या देखने को मिल सकती है. निचले इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है.
महापात्र के अनुसार, चक्रवात जवाद के 4 दिसंबर की शाम से अपना रुख बदलने की संभावना है और यह विशाखापट्टनम के पास केंद्रित होगा. इसके बाद इसके ओडिशा तट में पुरी के पास पहुंचने की संभावना है. महापात्र ने कहा कि चक्रवाती तूफान पुरी के पास तट के बहुत करीब होगा और ओडिशा तट के साथ आगे बढ़ेगा. तट को छूने के बाद यह कमजोर होने लगेगा और पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ जाएगा. महापात्र ने कहा कि गंजाम, गजपति, पुरी, भद्रक, बालेश्वर, और भुवनेश्वर व कटक शहरों सहित ओडिशा के सभी तटीय जिलों में भी भारी वर्षा की गतिविधियों का अनुभव होगा. हालांकि 5 दिसंबर को तीव्रता कम हो जाएगी, लेकिन राज्य के कई हिस्सों में भारी से अलग-अलग भारी वर्षा होगी.
Check Also
‘Celebrations khatam nahi hui aur…’: Fans unimpressed after India shock loss
An inexperienced yet spirited Zimbabwe pulled off an upset of massive proportions when they stunned …