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30 नवंबर तक बनेगा निम्न दबाव का क्षेत्र, ओडिशा के तीन जिलों में पीली चेतावनी जारी

भुवनेश्वर. 30 नवंबर तक दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इस सिस्टम के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व तथा उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है. यह जानकारी आज यहां भारती मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी है. इसके प्रभाव में ओडिशा में भारी बारिश होगी और तीन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की गयी है.
बताया गया है कि इसके प्रभाव में 30 नवंबर से 2 दिसंबर की अवधि के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है और 1 दिसंबर, 2021 को छिटपुट से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
आईएमडी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि 3 दिसंबर की रात से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है. पूरे ओडिशा में गुरुवार (2 दिसंबर, 2021) तक कुल मौसम शुष्क रहेगा.
इधर, भुवनेश्वर में आईएमडी के क्षेत्रीय केंद्र के अनुसार, 2 दिसंबर से 3 दिसंबर के बीच गजपति, गंजाम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
5वें दिन तीन दिसंबर की सुबह 08.30 बजे से चार दिसंबर की सुबह 08.30 बजे तक दक्षिण तटीय ओडिशा के जिलों तथा उत्तर तटीय ओडिशा, कोरापुट, मालकानगिरि, रायगड़ा, कंधमाल और ढेंकानाल के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
मौसम विभाग ने गजपति, गंजाम और पुरी जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की है. इन जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
एसआरसी ने जिला कलेक्टरों को रहने की सलाह दी
30 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने और दिसंबर के पहले सप्ताह में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने के बारे में भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान की पृष्ठभूमि में विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने जिला कलेक्टरों को रहने की सलाह दी है. चक्रवात के संभावित गठन के बाद आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक जनशक्ति और मशीनरी के साथ अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है.

विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने रविवार को जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी.
एसआरसी ने कहा कि कम दबाव और संभावित चक्रवाती तूफान के प्रभाव में बारिश की गतिविधियां 30 नवंबर से बढ़ जाएंगी और 3 दिसंबर तक जारी रहेंगी.
राज्य के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, कंधमाल, मालकानगिरि, कोरापुट और रायगड़ा सहित छह जिलों में 2 दिसंबर को 8.30 बजे से 3 दिसंबर की सुबह 8.30 बजे तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
एसआरसी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2 दिसंबर को पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में सतही हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे और झोंके की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है.
हालांकि, मौसम विज्ञानियों का कहना है कि लैंडफॉल के सटीक स्थान की भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि अंडमान सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. साथ ही जो पहले से ही समुद्र में हैं, उन्हें 2 दिसंबर से पहले तट पर लौटने के लिए कहा गया है.

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