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सरकार से नौकरी की प्रक्रिया पूरी करने की मांग
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पिछले सात वर्षों में राज्य सरकार ने 1304 पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है, लेकिन दुर्भाग्य से राज्य सरकार केवल कुछ लोगों को नियुक्ति देकर रिक्तियों को नहीं भरने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इससे ओएसएसटीईटी और सीबीटी पास करने वाले उम्मीदवारों को नौकरी पाने से वंचित किया जा रहा है. विलंब के कारण कई योग्य उम्मीदवार आयु प्रतिबंधों के कारण भी नौकरी पाने में असफल हो रहे हैं. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इस साल अगस्त में 2055 हिंदी शिक्षकों, 1304 संस्कृत शिक्षकों और 1260 शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की थी.
एक आंदोलनकारी ने कहा कि हम नौकरी पाने की उम्मीद में पिछले 19 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि दस्तावेज़ सत्यापन पूरा हो गया है, लेकिन हमें अभी तक नौकरी नहीं मिली है. हमें लगता है कि हमने संस्कृत के शिक्षक बनने का विकल्प चुनकर बहुत बड़ी गलती की है.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वर्तमान में 4000 से अधिक रिक्तियां हैं. संस्कृत शिक्षकों के पदों में भारी रिक्तियों के बावजूद राज्य सरकार ने हाल ही में केवल 796 शिक्षकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की. उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में योग्य संस्कृत शिक्षक हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार बेरोजगारी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं है.