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स्वास्थ्य निदेशक ने कहा- वैक्सीन की तीसरी खुराक पर केंद्र के दिशा-निर्देशों का इंतजार करें
उन्होंने कहा कि तीसरी खुराक की आवश्यकता पर राय अलग-अलग है. कुछ इसे बूस्टर खुराक के रूप में संबोधित करना पसंद करते हैं, जबकि अन्य चाहते हैं कि इसे केवल तीसरी खुराक के रूप में बुलाया जाए. ऐसा इसलिए है, क्योंकि आम तौर पर किसी भी टीके की बूस्टर खुराक आखिरी टीके के डोज के छह महीने बाद ली जाती है. उन्होंने बताया कि दो से तीन दिन पहले एनटीएजीआई के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि एनटीएजीआई जल्द ही बूस्टर खुराक के लिए पात्रता मानदंड को परिभाषित करने वाला एक नीति दस्तावेज लेकर आएगा. इसलिए हमें इसके लिए इंतजार करना होगा और नीति के अनुसार कार्य करना होगा.
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों ने अक्टूबर में सिफारिश की थी कि मध्यम और गंभीर रूप से प्रतिरक्षित लोगों को कोविद-19 बूस्टर डोज की पेशकश की जानी चाहिए.
इस बीच महापात्र ने कहा कि ओडिशा में सक्रिय मामले काफी कम हो गया है और राज्य पहले से बेहतर स्थिति में है.