भुवनेश्वर. सर्विकल कैंसर एक मात्र कैंसर की ऐसी बीमारी है, जो पूर्ण रूप से टीकाकरण व डाइग्नोसिस के जरिये ठीक हो सकती है. गत वर्ष 17 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2030 तक इस कैंसर के उन्मूलन करने के लिए विश्व समुदाय से आह्वान किया है. भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) इस कैंसर के दूरीकरण के लिए सभी प्रकार का सहयोग दे रही है. इस साल भुवनेश्वर एम्स की महिला व प्रसुति विभाग की ओर से विभाग व अस्पताल के महिलाओं को लेकर एक जागरुकता अभियान चलाया गया. सर्विकल कैंसर के कारण, इसके निराकरण व यह कैसे फैलता है, इस बारे में विस्तृत रुप से जानकारी दी गई. इसी तरह उनकी लड़कियों को इस बीमारी से बचाने के लिए एचरपीवी टीका लेने के लिए सलाह दी गई. इसी तरह दूसरे चरण के सुरक्षा के लिए सर्विकल कैंसर स्क्रिनिंग कराने के लिए सलाह दी गई.
15 साल की किशोरियों को टीका प्रदान, 35 से 45 साल के महिलाओं का स्रिनिंग तथा 90 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को चिकित्सा प्रदान के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के गाइडलाइन के अनुसार अस्पताल का महिला व प्रसुति विभाग कार्य करेगा. विभाग के लोगों ने इस संबंध में शपथ लिया.
भुवनेश्वर एम्स के निदेशक डा बी गीतांजलि के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में बीपीएल महिलाओं के लिए प्रति सोमवार से शनिवार तक निःशुल्क सर्विकल कैंसर की डाइग्नोसिस के लिए स्क्रिनिंग किया जा रहा है.
इस बीमारी के निराकरण के लिए एम्स भुवनेश्वर के कम्युनिटी मेडिसिन व फेमिली मेडिसिन की एर से इंडियन एसोसिएशन आफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन की संयुक्त सहभागिता में इस संबंध में एक वेबिनार का आयोजन किया गया. इसमें एम्स भुवनेश्वर के निदेशक डा गीतांजलि व इन संस्थाओं से जुड़ी डा सुनीला गर्ग, डा शालिनी सिंह, डा सोनू एच सुबा ने अपने विचार रखा.