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गांव में बांटी गयी मिठाइयां
बालेश्वर. बालेश्वर जिले के मुलसिंह ग्राम पंचायत के सुल्तानपुर गांव में 26 साल के बाद एक बेटा लौटकर अपने घर आया है. वह अपने घर से भाग गया था. आज उसके घर लौटने से परिवार के सदस्यों के आंखों में आंसू झलक आया तथा गांव में मिठाइयां बांट कर खुशिया मनायी गयीं.
जानकारी के अनुसार, गांव के सत्यानंद नायक का बेटा सनातन नायक साल 1995 में 13 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया था. परिवार के सदस्यों ने काफी प्रयास किया, लेकिन उसका पता नहीं लगा पाए. उनकी मां ने भी उनकी वापसी के लिए कई देवी-देवताओं के सामने प्रार्थना की थी.
सनातन अब लौटकर अपने गांव आ गया है. बताया गया है कि वह अपने घर से भागने के बाद हावड़ा के लिए एक ट्रेन पकड़ी था, जहां वह कुछ समय के लिए रुका था. बाद में वह दिल्ली चला गया और एक निजी कंपनी में काम करने लगा, लेकिन परिवार की ममता उसे दूर नहीं रख पायी. कई वर्षों के बाद वह अपने माता-पिता और परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए तरस उठा. सनातन अपने मालिक की मदद से सोरो रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन से पहुंचा. जब उसने अपने पिता और गांव का नाम बताया तो एक ऑटोरिक्शा उसे उसके घर ले गया. घर पहुंचते ही परिवार के सदस्य खुशी से झूम उठे और आंखों में आंसू भर आये. मां ने कहा कि उसने भगवान से काफी मन्नतें मांगी थी. आज भगवान ने मेरी प्रार्थना सुन ली. मैं काफी खुश हूं.