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अंडमान सागर में बना निम्न दबाव का क्षेत्र, चक्रवात में होगा तब्दील, ओडिशा समेत कई राज्यों में भारी बारिश

  • 19 को गुंटूर और कृष्णा जिलों के तट के बीच कमजोर होकर करेगा लैंडफाल

  • अगले 24 घंटों में ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना

भुवनेश्वर. अगले 24 घंटों में ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. शनिवार को यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी. जानकारी के अनुसार, आज सुबह 08.30 बजे दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे थाईलैंड तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसके 15 नवंबर तक पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी अंडमान सागर तथा उससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है. इसके बाद इसके डीप डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है तथा 18 नवंबर के आसपास आंध्र प्रदेश तट के पास पहुंचने की संभावना है.

एनसीईपी-जीएफएस के अनुसार, यह आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ते हुए चक्रवात में बदल जाएगा, लेकिन आंध्र के तटों पर लैंडफॉल से पहले यह कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा.

इसके प्रभाव में अगले 24 घंटों में ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.

आज खुर्दा, पुरी, गंजाम जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की खबर है. इसके साथ ही नयागढ़, गजपति, कटक, जगतसिंहपुर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की सूचना है.

इसी तरह, पुरी, जगतसिंहपुर, गंजाम, कटक, खुर्दा, नयागढ़ जिलों में कल एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

ईसीएमडब्ल्यूएफ ने रविवार को दोपहर में पूरे राज्य में 1-6 मिमी प्रति घंटे की सीमा में बारिश का अनुमान लगाया है. कटक, ढेंकानाल, अनुगूल, सुंदरगढ़, बालेश्वर और मयूरभंज जैसे जिलों में कुछ स्थानों पर 14 नवंबर को लगभग 6-7 मिमी प्रति घंटा बारिश हो सकती है.

15 नवंबर को दोपहर के समय राज्य की राजधानी शहर और कटक सहित ओडिशा के दक्षिण तटीय जिलों में हल्की बूंदाबांदी का पूर्वानुमान लगाया गया है. एनसीईपी के पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य की राजधानी में 14 नवंबर (रविवार) को लगभग 7 मिमी बारिश दर्ज की जाएगी.

सभी प्रमुख मौसम मॉडलों पर एक नज़र डालने से पता चलता है कि 19-20 नवंबर को और उसके आसपास आंध्र तट पर ताजा निम्न दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन या डीप डिप्रेशन में लैंडफाल करेगा. अनुमानित लैंडफॉल स्थान गुंटूर और कृष्णा जिलों के तट के बीच है. जानकारी के अनुसार, यह 19 नवंबर को सुबह 5 से 12 बजे के बीच गुंटूर-कृष्णा जिलों (मचिलीपट्टनम के आसपास) के बीच तट को पार करेगा. इसके विपरीत आईएमडी न्यूमेरिकल मॉडल की भविष्यवाणी है कि यह विशाखापट्टनम तटों के करीब की लैंडफाल करेगा.

ओडिशा में होगा प्रभाव, 18 को होगी भारी बारिश

एनसीईपी-जीएफएस के अनुसार, डीप डिप्रेशन के कारण लैंडफाल के बाद आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है. ईसीएमएफ ने 18 नवंबर को ओडिशा के गजपति, कोरापुट, रायगड़ा, गंजाम, नुआपड़ा, कलाहांडी और कंधमाल जिलों के कुछ हिस्सों में बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है.

बलांगीर में 19 हो सकती है 40 मिमी बारिश

आईएमडी ने भी ईसीएमडब्ल्यूएफ की तर्ज पर एक पूर्वानुमान लगाया है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, उपरोक्त जिलों में 18 नवंबर को 20-40 मिमी की सीमा में संचित वर्षा दर्ज की जा सकती है और बलांगीर में 19 नवंबर को 40 मिमी बारिश दर्ज की जा सकती है.

एनसीईपी-जीएफएस के अनुसार, आंध्र प्रदेश के तटों के आसपास हवा की गति 50-70 किमी प्रति घंटा की होगी. 19 नवंबर को दक्षिण ओडिशा तटों पर लगभग 30-40 किमी प्रति घंटा हवा की गति होगी.

अमेरिकी मॉडल के अनुसार, 19 नवंबर को कृष्णा जिले और गुंटूर और पश्चिम गोदावरी में आस-पास के स्थानों में अत्यधिक भारी वर्षा (125-175 मिमी) हो सकती है. विशाखापट्टनम में लगभग 25-35 मिमी वर्षा हो सकती है.

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