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अवसाद में तब्दील होने की संभावना, अशांत रहेगा समुद्र, तेज बहेगी हवा
भुवनेश्वर. 13 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और पड़ोस के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बाद के 48 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने की संभावना है.
इधर, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के तब्दील हो गया है तथा यह दक्षिण-पूर्व और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित था. अगले 12 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर इसके एक अवसाद में तब्दील होने की संभावना है. यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को दी.
मौसम विभाग के अनुसार,, इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ 11 नवंबर की सुबह तक उत्तर तमिलनाडु तट के पास पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही तमिलनाडु में 11 नवंबर तक बारिश जारी रहेगी.
इसके प्रभाव के कारण अगले 5 दिनों के दौरान केरल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में व्यापक रूप से व्यापक से व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में और 11 नवंबर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
इसके साथ ही अगले 24 घंटे के दौरान केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान रायलसीमा में भारी बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में 45-55 किमी प्रति घंटे से हवा बहेगी तथा झोंके की गति 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में न जाएं. इधर, अरब सागर के मध्य भाग पर अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र को अब मध्य और उससे सटे दक्षिण अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में है, जिसमें संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है.