भद्रक. जिले के बंत थाने की पुलिस ने रविवार को भद्रक में दो लोगों को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में नौकरी दिलाने के बहाने कई बेरोजगार युवकों से लगभग 5 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जिले के बेलदा गांव के करुणाकर राउत और बड़गड़िया गांव के किशन नायक के रूप में बतायी गयी है. पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें कोर्ट भेज दिया है. जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपियों ने सीआरपीएफ में शीर्ष अधिकारियों की मदद से रिजर्व पुलिस बल में नौकरी दिलाने का आश्वासन देते हुए कई युवकों से कथित तौर पर पैसे की मांग की थी. इलाके के कुछ स्थानीय युवकों ने कथित तौर पर धोखेबाजों को पांच लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन लंबे समय के बाद भी जब उन्हें कोई रोजगार नहीं मिला, तो उन्होंने अपनी रकम वापस करने के लिए जोर दिया. बार-बार मांग करने के बाद करुणाकर ने सत्यप्रकाश नामक एक बेरोजगार युवक को एक चेक दिया, लेकिन जब चेक बाउंस हो गया तो पीड़ित युवकों ने एक साथ आकर आरोपी के खिलाफ पास के थाने में शिकायत दर्ज कराई.
मीडिया को दिये गये बयान में पीड़ितों में से एक बनमाली बेहरा ने कहा कि हमने कई बार अपने पैसे वापस करने के लिए कहा, लेकिन करुणाकर और किशन दोनों ने हमारे अनुरोधों पर ध्यान नहीं दिया. हमारे पास पुलिस में शिकायत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
एक अन्य पीड़ित सत्यश्री ज्योति प्रकाश राउत ने कहा ने कहा कि आखिरकार हमें जब शंका हुआ कि यह एक अच्छी तरह से संगठित नकली नौकरी रैकेट है, तो हमने शिकायत दर्ज कराने का निर्णय. हमें उम्मीद है कि पुलिस जड़ों का पता लगाने में सक्षम होगी और हमें अपना पैसा वापस मिल जाएगा.