भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी और पड़ोस के दक्षिण-पश्चिम में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है. यह चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. इसके अगले दो दिनों में पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है.
यह जानकारी मौस विभाग ने एक बुलेटिन जारी कर दी है. बताया गया है कि इस निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण 28 अक्टूबर से एक नवंबर के दौरान तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही 28 अक्टूबर से एक नवंबर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और 29 अक्टूबर को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 30-31 तारीख के दौरान तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और 29-30 अक्टूबर के दौरान रायलसीमा के ऊपर भारी वर्षा की संभावना है. 28 अक्टूबर से एक नवंबर के दौरान केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश तथा रायलसीमा और 30 अक्टूबर से एक नवंबर के दौरान तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज और बिजली गिरने की संभावना है.
अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में मुख्य रूप से शुष्क मौसम रहने की संभावना है.