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बच्चों के लिए साइकिल की सवारी और इनडोर खेलों की व्यवस्था
बारिपदा. मयूरभंज जिले में स्थित सिमिलिपाल वन्यजीव अभयारण्य एक नवंबर से पर्यटकों के लिए फिर से खुल जाएगा. लंबे समय तक बंद रहे इस अभयारण्य के वन्यजीव अधिकारी पर्यटकों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हालांकि कोविद-19 महामारी के कारण अभयारण्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या कम हो गई है.
यह जानकारी मीडिया को देते हुए सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के फील्ड निदेशक जगायंदत्ता पति ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी प्रकार की सहायक सुविधाओं और सड़कों की मरम्मत की गई है.
सिमिलिपाल में रात बिताने के इच्छुक पर्यटकों और सामान्य तौर पर घुमने आनेवाले पर्यटकों के लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है. कोरोना को देखते हुए अभयारण्य में आने वाले पर्यटकों के लिए विशेष नियम बनाए हैं. पर्यटक लुलुंग और कल्याणी में प्रवेश द्वार के माध्यम से अभयारण्य में प्रवेश कर सकते हैं. जो पर्यटक रात बिताना चाहते हैं वे ऑनलाइन बुकिंग करके इसका लाभ उठा सकते हैं.
सिमिलिपाल को पर्यटकों के लिए और अधिक मनोरंजक बनाने के लिए इस वर्ष बच्चों के लिए साइकिल की सवारी और इनडोर खेलों की व्यवस्था की गई है.
सिमिलिपाल को भारत के सबसे बड़े वन्यजीव अभयारण्यों में से एक माना जाता है. इसके साथ ही इसे भारत में मुख्य बाघ परियोजनाओं में से भी एक माना जाता है. सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व देश का सबसे बड़ा बाघ अभयारण्य है और रॉयल बंगाल टाइगर का घर है.