भुवनेश्वर. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (कीस), भुवनेश्वर में भारत के पहले फीफा फुटबॉल फॉर स्कूल प्रोग्राम को वर्चुअल माध्यम से लॉन्च किया. स्कूलों के लिए फुटबॉल (एफ4एस) फीफा की ओर से चलाया जा रहा एक विश्वव्यापी महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य लगभग 700 मिलियन बच्चों का शिक्षित, विकास और सशक्तिकरण करना है. यह दुनियाभर में लड़के-लड़कियों के लिए फुटबॉल को और अधिक सुलभ बनाने का प्रयास कर रहा है.
यह कार्यक्रम कीस और फीफा के बीच साझेदारी का नतीजा है. कार्यक्रम का उद्घाटन कर सीएम पटनायक ने कहा कि खेल में निवेश युवाओं में निवेश करना है और भविष्य में भी युवाओं में निवेश जारी रहेगा. शिक्षा प्रणाली में फुटबॉल से संबंधी इस तरह की साझेदारी से लड़के-लड़कियों तक यह खेल निश्चित रूप से पहुंच सकेगा. उन्होंने कीट और कीस को पिछले दो दशकों से खेल को बढ़ावा देने और खेल प्रतिभा को लोगों के सामने लाने के लिए बधाई दी.
भारत में पहली बार फीफा फुटबॉल फॉर स्कूल प्रोग्राम कीस में शुरू किया गया है. कीट और कीस के संस्थापक डॉ अच्युत सामंत इस कार्यक्रम के लिए पिछले डेढ़ साल से फीफा अध्यक्ष के संपर्क में थे.
कोविद-19 प्रोटोकॉल में आयोजित समारोह में डॉ निक गुगर, एमपी, स्विट्जरलैंड और गियानी इन्फेंटिनो, अध्यक्ष, फीफा वर्चुअल माध्यम से मौजूद थे, जबकि तुषारकांति बेहरा, मंत्री, खेल और युवा सेवाएं और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, ओडिशा सरकार, डॉ अच्युत सामंत, संस्थापक, कीट और किस, कुशल दास, महासचिव–एआईएफएफ, यूरी जोर्कैफ, सीईओ-फीफा फाउंडेशन एवं अन्य विशिष्ट व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से उपस्थित थे.
डॉ. निक गुगर ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा राज्य ने बड़े पैमाने पर खेलों को बढ़ावा दिया है और पूरे देश के लिए एक मिसाल कायम की है. खेलों में डॉ. सामंत के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. सामंत ने खेलों के अद्वितीय बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है और उन खेलों और खिलाड़ियों में निवेश किया है जो अब देश को गौरवान्वित कर रहे हैं. भारत में कीस में फीफा द्वारा स्कूलों के लिए फुटबॉल कार्यक्रम की यह पहल खेल के क्षेत्र में उनके अथक योगदान का परिणाम है.
खेलों को बढ़ावा देने में ऐसी क्रांतिकारी पहल के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए गियानी इन्फेंटिनो ने कहा कि हमें आज भारत में स्कूलों के लिए फुटबॉल शुरू कर खुशी हो रही है. फुटबॉल फॉर स्कूल एक ऐसा कार्यक्रम है, जो फुटबॉल और शिक्षा को जोड़ता है. यह मजेदार फुटबॉल मैचों के माध्यम से बच्चों को जीवन कौशल सीखने के लिए प्रेरित करेगा.
सभा को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ सामंत के मार्गदर्शन में कीट और कीस 2005 से खेल के बुनियादी ढांचे और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता आया है. उन्होंने कीस में फीफा फुटबॉल फॉर स्कूल्स प्रोग्राम की सफलता की कामना की.
डॉ सामंत ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दूरदर्शी नेतृत्व में ओडिशा एक खेल केंद्र और भुवनेश्वर एक खेल राजधानी बन गया है. वह जमीनी स्तर पर खेलों का पोषण करना नहीं भूले हैं. उन्होंने कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए कीट और कीस से सभी प्रकार के सहयोग का वादा करते हुए कहा कि फीफा के अध्यक्ष की यह क्रांतिकारी पहल भारत में सभी लड़के-लड़कियों के लिए फुटबॉल को सहज बनाएगी.
उल्लेखनीय है कि फीफा फुटबॉल फॉर स्कूल प्रोग्राम के शुभारंभ के क्रम में फीफा की ओर से 25 अक्टूबर से कीस में तीन दिवसीय ‘क्षमता निर्माण कार्यशाला – ट्रेन द ट्रेनर’ का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में ओडिशा के सभी जिलों के 100 से अधिक शारीरिक शिक्षा शिक्षकों और कीट और कीस के 100 से अधिक फुटबॉल खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें क्लास के साथ-साथ प्रैक्टिकल भी शामिल थे.
इस मौके पर आर विनील कृष्णा, आईएएस, आयुक्त सह सचिव, खेल और युवा सेवा विभाग, ओडिशा सरकार, देबाशीष सामंतराय, अध्यक्ष- फुटबॉल एसोसिएशन ऑफ ओडिशा, आशीर्वाद बेहरा, सचिव, अलेक्जेंड्रे ग्रोस, प्रोजेक्ट लीडर, फीफा फुटबॉल फॉर स्कूल्स तथा फीफा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.