शेषनाथ राय, भुवनेश्वर.
हम अक्सर अपने बड़ों से यह कहावत जरूर सुनते हैं कि अपनी कमाई को देखकर ही खर्च करना चाहिए, मगर पिछले 21 साल से ओड़िशा में सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल के साथ यह कहावत सटिक नहीं बैठती है। इसीलिए तो बीजद देश की पहली ऐसी पार्टी है, जिसने 2019-20 आर्थिक साल में अपनी आय के तुलना मे 106 प्रतिशत अधिक खर्च किया है। लगभग 96 करोड़ रुपया अधिक खर्च करने वाली बीजद इस राशि की भरपायी कहां से करेगी यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। नेशनल इलेक्शन वाच एवं एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्मस (एडीआर) की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट में यह बात उल्लेख की गई है।
जानकारी के मुताबिक क्षेत्रीय राजनीतिक दलों द्वारा आर्थिक वर्ष 2019-20 में चुनाव आयोग के पास दाखिल अडिट रिपोर्ट की समीक्षा कर एडीआर ने यह रिपोर्ट तैयार की है। एडीआर समीक्षा के अनुसार, निर्धारित समयसीमा के बीच अडिट रिपोर्ट दाखिल करने वाले देश के 42 क्षेत्रीय राजानीतिक दलों के तथ्य का विश्लेषण किया गया है। इन क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के मुख्य रूप से चुनाव, प्रशासनिक व अन्य कारण के लिए राशि खर्च करने की बात दर्शाये हैं। इन क्षेत्रीय दलों में आम आदमी पार्टी, टीआरएस, शिवसेना, डीएमके, वाईएसआर कांग्रेस, एआईडीएमके, बीजद, समाजवादी पार्टी आदि 42 क्षेत्रीय दलों के तथ्य का विष्लेषण किया गया है। इन दलों ने 2019-20 आर्थिक वर्ष में कुल 877.957 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। इसमें से 50 प्रतिशत अर्थात 447.49 करोड़ रुपये केवल चुनावी चंदे के रूप में अर्जित किया गया है। हालांकि इन दान दाताओं के नाम उजागर नहीं किया गया है। सबसे ज्यादा चंदा टीआरएस को 130.46 करोड़ रुपया, इसके बाद शिवसेना को 111 करोड़ रुपया, वाईएसआर कांग्रेस को 92.73 करोड़ रुपया मिला है।
वहीं बीजद की आय 2018-19 आर्थिक साल में कुल आय 249.310 करोड़ रुपये थी जबकि 2019-20 में यह आय घटकर 90.350 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि 2019-20 आर्थिक साल में बीजद ने 186.130 करोड़ खर्च किया है, जो कि आय की तुलना में 106.01 प्रतिशत अधिक है। देश की एकमात्र क्षेत्रीय दल के तौर पर बीजद ने अपनी आय की तुलना मे 95.780 करोड़ रुपया अधिक खर्च किया है। 2019-20 आर्थिक साल में बीजद को चुनावी चंदे के रूप में 50.50 करोड़ रुपया, चंदा एवं दलीय नेताओं की भागीदारी में 28.20 करोड़ रुपया, अन्य स्रोत से 11.65 करोड़ रुपया मिला है। बीजद के अलावा टीडीपी ने भी आय की तूलना में 17.310 करोड़ रुपया खर्च किया है। अन्य सभी दल अपनी आय एवं खर्च में तालमेल बनाने में सक्षम हुई हैं। बीजद ने खुद 17 नवम्बर 2020 को अपनी इस अडिट रिपोर्ट को चुनाव आयोग के पास दाखिल करने की बात एडीआर रिपोर्ट में दर्ज है।
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