भुवनेश्वर. डीआरडीओ के चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) की गोपनीय सूचना लीक के मामले में संदिग्ध महिला द्वारा इस्तेमाल किए गए सात फेसबुक अकाउंट में से चार पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे. यह जानकारी आज यहां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) संजीव पंडा ने दी. उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि चार फेसबुक अकाउंट पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे. इनमें से तीन अकाउंट इस्लामाबाद और एक रावलपिंडी से संचालित हो रहे थे. इसके लिए पाकिस्तान के आईपी पते और भारत, अमेरिका और जर्मनी के प्रॉक्सी आईपी पते का उपयोग कर रहे थे. पंडा ने बताया कि कुछ खाते अभी भी सक्रिय हैं और आगे चैटिंग का पता चला है. अपराध शाखा ने भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम से तकनीकी डेटा मांगा है, जो भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के भीतर एक कार्यालय है.
उन्होंने आगे बताया कि मामले में सभी आरोपियों से पूछताछ का पहला चरण पूरा हो चुका है. वहीं क्राइम ब्रांच तकनीकी डाटा मिलने के बाद आरोपी की और रिमांड मांगेगी.
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच पहले ही संदिग्ध महिला के चेहरे की पहचान उसके एक सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल फोटो को उसके वीडियो से मिलाकर कर चुकी है. हालांकि उसकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं हो पाई है.
पंडा ने पहले बताया था कि संदिग्ध महिला ने दो आरोपियों के समक्ष शादी करने का प्रस्ताव रखा था. उसने एक आरोपी से यहां तक कह दिया कि वह चांदीपुर में उसके घर जाएगी. संदिग्ध महिला यूके (यूनाइटेड किंगडम) के एक मोबाइल फोन नंबर का उपयोग कर रही थी और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का उपयोग करके आरोपी व्यक्तियों के साथ चैट और बात करती थी.
उसने दो आरोपियों से वीडियो कॉल के जरिए भी बातचीत की थी. वह हिंदी में बात करती थी और अलग-अलग नाम और तस्वीरों के साथ अलग-अलग पहचान के तहत सात फेसबुक अकाउंट के जरिए आरोपी व्यक्तियों से संपर्क करती थी.
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