संबलपुर. संबलपुर में कल एक दुखद घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्य महानदी नदी में नहाते समय बह गए. सोमवार को जहां एक व्यक्ति और उसके बेटे के शव निकाले गए, वहीं उसकी नाबालिग बेटी आज मिली. हालांकि अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार, सोमवार को संबलपुर में नदी के दलाईपाड़ा घाट के पास नहाने के दौरान युवक, उसका बेटा और बेटी नदी के तेज बहाव में बह गए. सूचना मिलते ही दमकल कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया.
घंटेभर की तलाशी के बाद सोमवार को दमकलकर्मियों ने उस व्यक्ति और उसके बेटे के शव बरामद किया. हालांकि रेस्क्यू टीम बच्ची का पता नहीं लगा पाई. रात में बचाव कार्य रोक दिया गया और आज सुबह फिर से शुरू किया गया.
एक फायरमैन ने स्कूब डाइवर और स्थानीय मछुआरों की मदद से बच्ची का शव पेड़ में फंसा पाया, जो उस जगह से करीब 500 मीटर दूर था, जहां तीनों फिसले थे. आनन-फानन में बच्ची को पास के अस्पताल ले जाया गया. हालांकि डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गोताखोर गोपबंधु नायक ने कहा हमें कल (सोमवार) नाबालिग लड़की का शव नहीं मिला था. यह हमारे सामने एक बड़ी चुनौती थी. हमने आज सुबह फिर से बचाव अभियान शुरू किया, लेकिन 3-4 बार कोशिश करने के बाद भी उसका पता लगाने में असफल रहे. वह एक पेड़ की शाखा में फंस गई थी, जो नदी के तल में लगभग 40-50 फीट की गहराई पर खड़ा था. नदी में गहराई तक जाने के बाद और पानी को हिलोरा देने के बाद वह पेड़ की शाखाओं से मुक्त हो गई और ऊपर आ गई.
इस बीच फायरमैन जितेंद्र कुमार बिस्वाल ने कहा कि बचाव अभियान काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि हमें नदी से लापता व्यक्तियों का पता लगाना था. नदी में धारा तेज थी. यह कार्य और अधिक कठिन हो गया, क्योंकि यह घटना एक वन क्षेत्र के पास हुई थी, जहां नदी का किनारा चट्टानी है. यहां तक कि जल स्तर एक समान नहीं है. ऐसे में ढूंढना मुश्किल हो रहा था. स्कूबा डाइवर को लड़की का पता लगाने के लिए 50 फीट की गहराई में गोता लगाना पड़ा.