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सीएमडी ने लोगों से मांगा सहयोग, हड़ताल की संस्कृति त्यागने की अपील
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कंपनी की योजनाओं से लोगों को कराया अवगत
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युवाओं को दक्ष बनाने का लिया संकल्प
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एमसीएल ने देशभक्ति के साथ मनाया गणतंत्र दिवस
संबलपुर : एमसीएल अनुगूल, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिलों को ओडिशा का सबसे धनी क्षेत्र बनाएगी। इसके लिए सीएमडी ने लोगों से सहयोग मांगा तथा हड़ताल की संस्कृति त्यागने की अपील। इस दौरान उन्होंने कंपनी की योजनाओं से लोगों को अवगत कराया तथा युवाओं को दक्ष बनाने के संकल्प को लेकर प्रतिबद्धता जताई।
महानदी कोलफील्डस लिमिटेड (एमसीएल) ने 71वां गणतंत्र दिवस समारोह देशभक्ति एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया, जिसमें सम्बलपुर जिले के 13 विद्यालयों यथा जवाहर नवोदय विद्यालय, गोशाला, एमसीएल डीएवी स्कूल, श्री अरविन्द सेन्ट्रल स्कूल, बूढ़ाराजा उच्च विद्यालय, सीएसबी जिला स्कूल, सरकारी बालक उच्च विद्यालय, बुर्ला, लेडी ल्यूइस बालिका विद्यालय, सरकारी बालिका उच्च विद्यालय, बुर्ला, श्री सत्यसाई किडिज एबोर्ड, बुर्ला,लाडली जागृति महिला मंडल, संत जोसेफ कन्वेट उच्च विद्यालय, सम्बलपुर एवं संत जोन्स स्कूल, सम्बलपुर आदि स्कूल के बच्चों एवं एमसीएल की सुरक्षा प्लाटुन आदि ने परेड में भाग लिया एवं देशभक्ति के प्रदर्शन के साथ 71वें गणतंत्र दिवस उत्साह व उद्दीपना के साथ एमसीएल आनन्द विहार ग्राउण्ड में मनाया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर एमसीएल के अध्यक्ष–सह-प्रबंध निदेशक श्री भोलानाथ शुक्ला ने एमसीएल मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और एमसीएल सुरक्षा गार्ड, एनसीसी कैडेट, स्काउट, गाइड, विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा परेड की सलामी ली। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री ओपी सिंह, निदेशक(तकनीकी/संचालन) एवं श्री केके मिश्रा, निदेशक(तकनीकी/ योजना व परियोजना) तथा जागृति महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती मंजूला शुक्ला, सम्मानित अतिथि के रूप में मंडल की उपाध्यक्षाऍं श्रीमती पद्मजा सिंह, श्रीमती पद्मनी वासुदेवन आदि उपस्थित थे। एमसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों, स्थानीय लोगों व स्कूल के बच्चों बड़ी संख्या में इस समारोह में उपस्थित थे।
इस राष्ट्रीय पर्व पर एमसीएल के सीएमडी श्री भोलानाथ शुक्ला ने कहा कि प्राणों से प्यारा यह देश पवित्र जीवनदायिनी नदियां, खूबसूरत पहाड़ों, सुंदर वनों एवं उपजाऊ धरती से भरा है। आज 135 करोड़ जनसंख्या होते हुए भी किसी को खाने की कमी नहीं है। जरूरत है तो सिर्फ रोजगार बढ़ाने की, क्योंकि आज शिक्षा सर्वसुलभ है, मगर रोजगार सभी भारतवासियों को देना विश्व की क्षमता से बाहर है। हमारा ज्यादा रोजगार स्वदेशी चीजों पर आधारित होना चाहिए जो कि हमारी जरूरतों को स्वदेशी सामनों से पूरा करें तथा हम आयात पर निर्भर न रहें । हमकों कृषि को उद्योग में बदलना होगा जहॉं सबसे ज्यादा रोजगार है तथा नये बच्चों के अनुरूप इसे ढ़ालना होगा जैसे फूड प्रोसेसिंग प्लांट, मेकेनाइज्ड खेती एवं आन लाइन मार्केटिंग इत्यादि । इसके साथ ही साथ स्किल डेवल्पमेंट के द्वारा सर्विसेज सेक्टर में भी काफी रोजगार की संभावनाऍं हैं।
महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड ओडिशा में काफी रोजगार देता है। जमीन के बदले सीधे रोजगार मिलता है तथा उसमें आउटसोर्सिंग , रोडसेल, वॉशेरी इत्यादि में भी काफी रोजगार मिलता है। रोजगार के अलावा रायल्टी एवं डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड में करीब हरसाल 1518 करोड़ रूपये अनुगूल को, 798 करोड़ रुपये झारसुगुड़ा को, 371 करोड़ रूपये सुंदरगढ़ को हर साल मिलेगा और हर साल यह राशि उत्पादन के साथ बढ़ती जायेगी तथा आने वाले दस-सालों में इन सभी जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा रोजगार की सभी सुविधाओं से लैस यह ओडिशा का सबसे धनी क्षेत्र होगा। आजकल खेती में ज्यादा फायदा नहीं है तथा ज्यादा पैसा उद्योग, मैन्युफेक्चरिंग एवं सर्विसेज के माध्यम से आ सकता है। अत: इनका चलना राज्य व राष्ट्र के लिए नितांत आवश्यक है। हम छोटी-छोटी बातों को लेकर उद्योग धंधों को बंद कर करोड़ों का नुकसान नहीं कर सकते। हम बातचीत और आपसी विमर्श के द्वारा समस्या का हल निकाल सकते हैं तथा इस बात को ध्यान रखें कि हड़ताल से आज तक किसी को फायदा नहीं हुआ और कोई भी देश जो आगे बढ़ा है वहॉं हड़ताल नहीं होती। देश और राज्य आगे बढ़ेगा तो इसी पैसे से आगे चलकर आपको अधिक पेंशन,स्वास्थ्य की मुफ्त सुविधा मिलेगी। आज जरूरत है कि हम छोटी बात को लेकर कम्पनी का करोड़ों नुकसान न होने दें और यह सभी की जिम्मेवारी बनती है। अभी करीब 2 लाख करोड़ रूपये का कोल आयातित होता है। इसमें अर्थव्यवस्था का नुकसान तथा रोजगार दूसरे देशों को जाता है। महानदी कोलफील्ड्स आने वाले समय में तालचेर कोलफील्ड्स की रीजनल प्लानिंग(मास्टर प्लानिंग) आगे आने वाले 25 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, आई.आई.टी., खड़गपुर को कार्य सौंपा है, जो मार्च तक रिपोर्ट दे देंगे तथा उस पर हजारों करोड़ की लागत से सुविधाओं के साथ सड़क फ्लाईओवर, पर्यावरण एवं लैंड रिक्लेमशन का विशेष ख्याल रखा जायेगा।
महानदी कोलफील्ड्स मैसूर के वृंदावन गार्डेन की तरह हीराकूद डैम के नीचे मॉं समलेश्वरी गार्डेन बनाने के लिए राज्य के अधिकारियों से बात करके आई.आई.टी, खड़गपुर को इस काम के लिए लगाने जा रही है जिससे कल्चरल हेरिटेज एवं जीविकोपार्जन(पर्यटन की वजह से) को बढ़ावा मिलेगा तथा सम्बलपुर का नाम होगा । मॉं घन्टेश्वरी मन्दिर में भारत का सबसे बड़ी घंटी लगाने की भी योजना है। इसी तरह से झारसुगुड़ा के लखनपुर तहसील में 20 बेडवाला हास्पिटल बिल्डिंग एवं स्विमिंगपूल स्टेडियम के साथ महानदी कोफील्ड्स बनायेगी । सुंदरगढ़़ में पानी, सड़क, शिक्षा एवं समृद्धि गांव के तहत तमाम योजनाऍं ली जा रही है । इन सबके अलावा उड़ीसा राज्य के अंतर्गत अन्य बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी एम.सी.एल. काम कर रहा है।
एमसीएल ने दो बड़े नये क्षेत्र घोषित किए है जिनको अगले साल तक चालू कर लिया जायेगा वे हैं महालक्ष्मी (सियारमल,बसुंधरा क्षेत्र) 50 मिलियन टन तथा सुभद्रा (हिंगुला के बगल में) 25 मिलियन टन । एमसीएल स्किल डेवल्पमेंट के तहत कई नये प्रोजेक्ट ला रही है, जिससे अगल बगल के बेरोजगार नवयुवकों को रोजगार मिलेगा। इस साल हड़ताल एवं ज्यादा वारिश के चलते हम लक्ष्य से करीब 22 मिलियन टन पीछे चल रहे हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि इन विपरीत परिस्थितियों में भी एमसीएल एक नया कीर्तिमान बनायेगी तथा एमसीएल टीम का नाम लोग गर्व से लेंगे।
स्कूल छात्र/छात्राओं द्वारा प्रदर्शित देशभक्तिगीत एवं देशभक्ति भावना कार्यक्रम में ओर रंग ला दिया । सभी अतिथियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संत जोसेफ कन्वेट उच्च विद्यालय,सम्बलपुर प्रथम स्थान अर्जित किया, जबकि संत जोन्स स्कूल, सम्बलपुर एवं शासकीय बालक उच्च विद्यालय, बुर्ला क्रमश: द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। एमसीएल के महाप्रबंधक(कल्याण एवं कार्मिक) श्री आरएल खटिक एवं वरिष्ठ कार्मिक प्रबंधक(कल्याण) श्री एम आर पुजारी व उनके टीम ने उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन किया। इसी प्रकार एमसीएल के दोनों कोलफील्ड्स तालचेर और ईब वैली कोलफील्डस के सभी इकाइयों में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया एवं सीएमडी महोदय का संदेश पाठ किया गया।