पुरी. महाप्रभु श्री जगन्नाथ का मंदिर आज से भक्तों के लिए खुल गया है. अब पुरी में भगवान जगन्नाथ के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में पुरी के बाहर के सभी भक्त फिर से प्रवेश कर पायेंगे. राज्य में कोविद-19 महामारी की दूसरी लहर में तेजी के बाद इस साल 24 अप्रैल से श्रीमंदिर में देवताओं के दर्शन बंद कर दिए गए थे. हालांकि, वायरस की संक्रमण दर में आयी गिरावट और लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के बाद श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने हाल ही में चरणबद्ध तरीके से 12वीं शताब्दी के मंदिर को फिर से खोल दिया. पुरी नगर पालिका क्षेत्र के निवासियों ने पहले ही 16 से 20 अगस्त तक दर्शन किया है.
मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार, भक्त शनिवार और रविवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 7 से शाम 7 बजे के बीच दर्शन कर सकते हैं. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और दर्शन के दौरान लोगों को कोविद के उचित व्यवहार का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की है.
सभी भक्तों को सिंघद्वार से प्रवेश और मंदिर के उत्तरद्वार से बाहर निकलने की अनुमति दी जा रही है. भक्तों को शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं और उचित स्वच्छता की सुविधा के लिए आठ कियोस्क स्थापित किए गए हैं. दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. यहां आने वाले लोगों को मंदिर में अपनी यात्रा से पहले 96 घंटे के भीतर किए गए परीक्षण की निगेटिव रिपोर्ट या कोविद-19 टीकाकरण (दो खुराक लेने का) प्रमाण पत्र दिखाना होगा. आगंतुकों को अपना फोटो पहचान पत्र, अर्थात् आधार या मतदाता पहचान पत्र आदि लाना भी आवश्यक होगा. पुरी के एसपी कंवर विशाल सिंह ने कहा कि हमने 40 से अधिक लोगों से फीडबैक लिया है. व्यवस्थाओं की सराहना की जा रही है. मंदिर के अंदर और बाहर करीब 12 प्लाटून बलों को तैनात किया गया है. साथ ही भक्तों से आग्रह किया गया है कि वे मंदिर में पुलिस सेवा पर या तो एक फॉर्म जमा करके या पार्किंग स्थल और अन्य स्थानों पर स्थापित ऑनलाइन क्यूआर कोड स्कैनिंग सिस्टम के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दें. पुरी पुलिस ने ट्विटर पर कहा कि हम सभी से प्रतिक्रिया देने और भक्तों के लिए परेशानी मुक्त दर्शन अनुभव को बेहतर बनाने में हमारी मदद करने के लिए इस अवसर का उपयोग करने का आग्रह करते हैं. एसजेटीए के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने कहा कि पिछले हफ्ते, 50,000 से अधिक भक्त भगवान की पूजा करने आए थे. अब, गैर-पुरी निवासियों के लिए मंदिर के खुलने के साथ हम हर दिन लगभग 15,000-20,000 लोगों के आने की उम्मीद करते हैं.