-
झंडोत्तोलन के बाद आयोजित पहले रक्तदान शिविर में 127 यूनिट रक्त हुआ संग्रहित
-
सोनू सूद की भूमिका में दिखे अविनाश खेमका
-
लॉकडाउन और शटडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकों की मदद ने खेमका को बनाया असली हीरो
-
कटक में हाईवे पर लगाया जनसेवा शिविर
-
गांव-गांव में रक्तदान को अलख जगाने का खेमका ने लिया संकल्प
डा लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, कटक
75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी के आह्वान के अनुरूप कटक के मारवाड़ी क्लब परिसर में अमृत महोत्सव मनाया गया. यह दिन जनसेवा और हर जीवन को अमूल्य बनाने के प्रति समर्पित रहा.
75वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था द अमूल्य जीवन फॉउन्डेशन की तरफ से यहां माणिक घोष बाजार स्थित मारवाड़ी क्लब परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इसमें 127 यूनिट रक्त संग्रह किया गया.
अमूल्य जीवन के संस्थापक एवं संयोजक अविनाश खेमका के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर में कटक के अनेक स्वयंसेवी नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लेकर रक्तदान किया.
75वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर अमृत उत्सव का पालन करते हुए अमूल्य जीवन के समस्त कार्यकर्ता एवं अनेक स्वयंसेवी लोगों ने मिलकर ध्वजारोहण करके एवं राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. रक्तदान प्रातः 9 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक चला.
कार्यकर्ताओं में दिखा जोश
अमृत महोत्सव के आयोजन के दौरान अमूल्य जीवन के कार्यकर्ताओं में जोश देखने लायक था. कार्यक्रम का संचालन बड़े ही सुन्दर एवं सुव्यवस्थित तरीके से किया गया. कोविद-19 के नियमों का पूर्ण रूप से पालन किया गया. कार्यक्रम आरम्भ होने से पहले पूरे परिसर की साफ-सफाई कर सेनिटाइजर का छिड़काव किया गया. आने वाले हर व्यक्ति के हाथों पर सेनिटाइजर दिया गया एवं उन्हें मास्क दिया गया. सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए रक्तदान किया गया.
अमूल्य जीवन के सदस्य विकास सेठ, राकेश जैन, सुरेश केड़िया, श्वेता कानूनगो, सुभाष बर्धन, तरुण रॉउत, सरत सेठी, ज्ञान जेना, कुश जैन, शायान सलात एवं अन्य कार्यकर्ता कार्यक्रम के सफल संचालन में जुटे थे. अविनाश खेमका के पुत्र आदित्य वर्धन एवं आशुतोष भी रक्तदाताओं की सेवा में लगे थे. एंगेल्स वेलफेयर आर्गेनाईजेशन के वीरेन सलोट, राजीव शाह और कई सदस्यों ने कार्यकम में भाग लिया.
गांवों में रक्तदान के लिए फैलाएंगे जागरुकता
फॉउन्डेशन के संस्थापक अविनाश खेमका ने कहा कि जीवन आरोग्य कार्यक्रम के अंतर्गत हर वर्ष कम से कम एक हजार यूनिट रक्त संग्रह करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए कटक शहर के विभिन्न इलाकों में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे. साथ ही ओडिशा के विभिन्न गांवों में हर महीने स्वास्थ्य शिविर लगा कर गरीब लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने की योजना है. इसके जरिये लोगों में रक्तदान के प्रति जागरुकता भी फैलायेंगे, ताकि किसी भी मरीज को रक्त की कमी का सामना न करना पड़े.
अमूल्य जीवन फॉउन्डेशन की अनमोल सेवा
अमूल्य जीवन फॉउन्डेशन ने जीवन आहार योजना के अंतर्गत कोविद-19 के कठिन समय में विगत डेढ़ वर्षों में लोगों की खूब सेवा की है. वर्ष 2020 के अप्रैल में पुलिस विभाग के साथ मिलकर सोलह दिनों तक प्रतिदिन दो हजार लोगों को खाना बांटा गया, मई-जून में टांगी के निकट बंदालो में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चालीस दिनों तक खड़े रहकर अपने घरों को लौट रहे 80000 से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों को खाना और पानी बांटा गया और 200 से ज्यादा पैदल सफर कर रहे प्रवासी श्रमिकों को गाड़ी की व्यवस्था कर उनके घर पहुंचाया गया.
सेवा ने अविनाश खेमका को बनाया असली हीरो
5 मई 2021 से 30 जून 2021 के 57 दिनों के लॉकडाउन के दौरान पूरे कटक शहर में कोविद ग्रसित पांच सौ से ज्यादा परिवारों को बीस हजार से ज्यादा पैकेट खाना उनके घर पर पहुंचाया गया, विभिन्न बस्तियों में रह रहे प्रवासी श्रमिकों को दो लाख से ज्यादा पैकेट खाना बांटा गया, 1750 परिवारों को मासिक राशन दिया गया, शहर के सड़कों पर गूम रहे भूखी गोमाताओं को अस्सी हजार रोटियां खिलाई गयी और कुत्तों को ढाई हजार किलो बिस्कुट खिलाया गया. अविनाश खेमका ने आगे बताया कि जीवन आकार योजना के अंतर्गत पांच सौ मेधावी छात्राओं को पाँच वर्षों तक (कक्षा 11 से 15 तक) छात्रवृति प्रदान की जाएगी. अमूल्य जीवन फाउन्डेशन की ओर से रक्तदान शिविर के सम्पन्न होने के पश्चात दोपहर दो बजे उन सभी लोगों का सम्मान किया गया, जिन्होंने पिछले डेढ़ वर्षों में संस्था के साथ जुड़ कर सेवाकार्य करने में मदद की. इनमें शामिल हैं वो समस्त रसोइए और हलवाई जिन्होंने रात भर जाग कर खाना बनाया, वो समस्त डिलीवरी के लोग जिन्होंने खाना घर घर पहुंचाया,
एससीबी मेडिकल के सिक्योरिटी गार्ड, जिन्होंने वहां खाना बांटते समय व्यवस्था बनाई रखी, कैंसर इंस्टीटूट के हिमांशु शेखर मोहंती एवं अजय पंडा जिन्होंने वहां खाना बांटने में मदद की, शिशु भवन के श्याम सुन्दर राउत, विकास सेठ एवं राकेश जैन के कर्मचारी एवं टीम अमूल्य जीवन.
ओडिशा के सोनू सूद बने अविनाश खेमका
ओडिशा के जन-साधारण में अमूल्य जीवन फाउन्डेशन के प्रति बहुत ज्यादा स्नेह और सम्मान देखने को मिल रहा है, लोग उनके द्वारा किये गए सेवाकार्यों की भूरी-भूरी सराहना कर रहे हैं. कुछ लोग तो इन्हें ओडिशा का सोनू सूद बता रहे हैं, जिन्हें कठिन घड़ी में अमूल्य जीवन से मदद मिली है, वो तो अमूल्य जीवन को ईश्वर-तुल्य मानते हैं.