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भक्त कालिया के पास लेकर नहीं जा पाएंगे भोग, फुल एवं दीप
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प्रवेश के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र या फिर 96 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट जरूरी
भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के कारण इस साल 24 मार्च से पुरी जगन्नाथ मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था. अब संक्रमण कम होने के बाद श्रीमंदिर को खोलने का निर्णय मंदिर प्रशासन की तरफ से लिया गया है. हालांकि मंदिर खोलने से पहले मंदिर के मुख्य प्रशासक डा. किशन कुमार ने बुधवार को एसओपी जारी किया है.
इस नई एसओपी के मुताबिक सामान्य लोगों के लिए 16 अगस्त से मंदिर को खोला जाएगा जबकि मंदिर के सेवक एवं सेवक परिवार के लिए 12 अगस्त यानी गुरुवार से खोलने का निर्णय लिया गया है. 12 एवं 13 अगस्त दो दिन सेवक एवं उनके परिवार के सदस्य अपना स्वास्थ्य बीमा कार्ड या फिर जगन्नाथ मंदिर प्रशासन द्वारा जारी किए गए अन्य परिचय पत्र के साथ आधारकार्ड या वोटर परिचयपत्र दिखाकर मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे.
उसी तरह से 16 से 20 अगस्त तक केवल पुरी शहर के लोगों को महाप्रभु के दर्शन करने की अनुमति दी घई है. पुरी शहर के लोगों को आधारकार्ड या फिर वोटर कार्ड दिखाकर कालिया ठाकुर का दर्शन करने की अनुमति दी गई है. ये लोग सिंहद्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे जबकि उत्तर द्वार से बाहर निकलेंगे.
वहीं 23 अगस्त पुरी के बाहर के सभी भक्त पुरी जाकर महाप्रभु का दर्शन कर सकेंगे. सिंहद्वार से मंदिर में प्रवेश करने एवं उत्तर द्वार से बाहर निकलने की व्यवस्था की गई है. सुबह 7 से शाम 7 बजे तक मंदिर के अन्दर जाकर भक्त महाप्रभु का दर्शन कर सकेंगे. साप्ताहिक (शनिवार एवं रविवार) शट डाउन के दौरान मंदिर में दर्शन बंद रहेगा. इसके अलावा यदि कोई बड़ा पर्व इस बीच होगा तो भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. मंदिर में प्रवेश करने से पहले भक्तों को हाथ धोने, सानिटाइज करने, मास्क पहनने एवं व्यक्तिगत दुराव का अनुपालन करना होगा. भक्त मंदिर के अन्दर फल-फुल एवं धूप आदि नहीं ले जा सकेंगे. यदि कोई भक्त उक्त सामग्री बाहर से लाया होगा तो फिर उसे बाहर रखना होगा. मंदिरके अन्दर किसी भी मूर्ति को भक्तों को नहीं छूना होगा.
तम्बाकू या पान-गुटखा खाने पर पहले की ही तरह प्रतिबंध जारी रहेगा.ऐसा करने पर 500 रुपये का जुर्माना भरना होगा. इसके अलावा यदि कोई भक्त पोलीथीन लेकर मंदिर के अंदर प्रवेश करता है तो उसे 100 रुपये जुर्माना भरना होगा. कोरोना महामारी के कारण 65 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, गर्भवती महिला एवं गम्भीर शारीरिक समस्या वाले व्यक्ति को मंदिर के अन्दर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. भक्त को मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोरोना टीकाकरण के दोनों डोज की रिपोर्ट या फिर 96 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी.
भक्त श्रीमंदिर परिसर में महाप्रसाद का सेवन नहीं कर पाएंगे. महाप्रसाद बाहर को ले जाकर सेवन करेंगे. भक्तों की जांच करने के लिए कियोस्क व्यवस्था की गई है. जांच के बाद ही उन्हें मंदिर के अन्दर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. भक्त सिंहद्वार देकर प्रवेश करेंगे एवं उत्तर द्वार देकर बाहर निकलेंगे.