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कांगे्रेस कार्यकर्ताओं ने मस्तान अली के कार्यशैली पर उठाया सवाल

  •  पिछले विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने पर असंतोष

  •  अश्विनी गुरू के नेतृतव पर दिखाया आस्था

संबलपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा पार्टी के ओडिशा प्रभारी जितेन्द सिंह के संबलपुर दौरे के दौरान अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मस्तान अली के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाया। नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने संबलपुर विधानसभा एवं लोकसभा सीट पर बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दिया। मसलन स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी का माहौल पैदा हुआ। संबलपुर विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस ने डा. अश्विनी पुजाहारी को टिकट दिया था। डा. पुजाहारी कांग्रेस का टिकट पाने से पहले भाजपा के पास टिकट के लिए गए थे। चुनाव में जनता को यह बात भलीभांति मालूम थी। मसलन उन्होंने सिरे से कांग्रेस के उम्मीदवार को खारिज कर दिया। इसी तरह संबलपुर लोकसभा से कांग्रेस ने शरत पटनायक को उम्मीदवार बनाया था। शरत अपने गढ़ बलांगीर में कई बार हार का सामना करन चूके हैं। ऐसे में बलांगीर से संबलपुर आकर चुनाव जीतना मुश्किलों भरा था। उपर से बाहर प्रत्याशियों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव के दौरान पश्चिम ओडिशा में टिकट वितरण में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मस्तान अली को काफी योगदान रहा था। मस्तान के मनमाना रवैए के कारण यहांपर पर पार्टी की यह दुगर्ति हुई। पिछले दिनों जितेन्द्र सिंह जब संबलपुर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय हुए सांगठनिक बैठक में शामिल हुए तो संबलपुर समेत बलांगीर, सोनपुर, झारसुगुड़ा एवं बरगढ़ के कार्यकर्ताओं ने मस्तान अली का जमकर विरोध किया। उनका कहना था कि यदि जिला कांग्रेस अध्यक्ष अश्विनी गुरू को पार्टी अपन प्रत्याशी बनाती तो आज स्थिति कुछ और अलग होती। यहांपर बताते चले कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष अश्विनी गुरू के प्रयासों से जिला कांग्रेस कमेटी में एकजुटता आई है। विभिन्न जनहित कार्यक्रमों को हाथ में लिया जा रहा है। मसलन अब धीरे-धीरे लोग कांग्रेस से जुड़ते जा रहे हैं। जिला कांग्रेस कमेटी का यह प्रयास आनेवाले दिनों अच्छा परिणाम देगा, इसकी पूरी संभावना बनती दिखाई पड़ रही है।

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