भुवनेश्वर. भारत विकास परिषद द्वारा राष्ट्रीयस्तर की दो दिवसीय भारत को जानो प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया. शिक्षा व अनुसंधान विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में देश के 18 जोनों से प्रतियोगियों ने इसमें हिस्सा लिया. समारोप कार्य़क्रम में विजयी होने वाले प्रतियोगियों को पुरस्कार प्रदान किया गया. समारोप कार्यक्रम में भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा सुरेश चंद्र गुप्ता ने इस प्रतियोगिता के आयोजन के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के जरिये भारत के समृद्ध संस्कृति व इतिहास के साथ भारत के युवाओं को परिचिच कराने का प्रयास किया जा रहा है. भारत विकास परिषद के संगठन मंत्री सुरेश जैन ने कहा कि भारत के युवाओं में भारत की गौरवमयी अतीत, भारत की भव्य संस्कृति, कला के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से परिषद द्वारा इस तरह का कार्यक्रम शुरू किया गया है. भारत आज सूचना प्रौद्यगिकी के क्षेत्र में काफी आगे है. भारत के लोग विभिन्न देशों में अपने मेहनत व लगन के कारण अपने आप को प्रतिष्ठित करने में सफल रहे हैं. भारत के युवाओं में राष्ट्र के प्रति जानकारी बढ़ाने की दृष्टि से शुरू किया गया कार्यक्रम अपने उद्देश्यों की प्राप्ति करने में सफल रहा है. उन्होंने कहा कि विभिन्न सिविल सर्विसेस प्रतियोगिताओं में शामिल होने वाले बच्चे अब कहने लगे हैं कि भारत को जानो कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित हुई है.
एमसीएल के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक भोलानाथ शुक्ल ने भारत विकास परिषद के इस प्रयास की सराहना की तथा कहा कि इन्ही प्रयासों के कारण भारत शीघ्र विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा.
कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष डा गुप्ता ने की. परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सचिदानंद पंडा ने अतिथि परिचय करवाय़ा. मंच पर अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम में परिषद के राष्ट्रीय सचिव गीता पटनायक प्रदेश अध्यक्ष शुभाशीष कर, प्रदेश सचिव पूर्णचंद्र खुंटिया व प्रदेश कोषाध्यक्ष श्रीधर साहु ने सहयोग किया.
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